अंबिकापुर। प्रदेश में अब सियासी राजनीति का स्वरूप धीरे-धीरे बदलता जा रहा है. आलम यह है की जो पार्टी एक दूसरे के खिलाफ अब तक जुबानी जंग लड़ते आ रहे थे,वे एक दूसरे के खून के प्यासे होते जा रहे है. जिसका जीता-जागता उदाहरण अंबिकापुर में हुए अभाविप के कार्यकर्ताओं पर जान लेवा हमले के दौरान देखने को मिला. जिसके पीछे युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों का हाथ होना बताया जा रहा है.

अंबिकापुर में युवक कांग्रेस के महासचिव व पूर्व पीजी कॉलेज अध्यक्ष की मुश्किले बढ़ सकती है. इन पर आपने भाई के साथ मिलकर अभाविप के 2 कार्यकर्ताओं पर घात लगाकर उस्तरा से जानलेवा हमला करने का आरोप है. हमले में गंभीर रूप से घायल अश्वनी चौबे का इलाज अंबिकापुर में ही चल रहा है। मामले में गांधीनगर पुलिस ने दोनों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

मंगलवार को साईं बाबा कॉलेज से अभाविप के कार्यकर्ता अश्विनी चौबे, छोटू चौबे व कमलेश मार्को घर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान सांई बाबा कॉलेज बनारस रोड पर पूर्व से ही युवक कांग्रेस के जिला महासचिव व पूर्व पीजी कॉलेज अध्यक्ष सतीश बारी, छोटू बारी और उनके साथी घात लगाकर बैठे हुए थे. जैसे ही अभाविप कार्यकर्ताओं को सतीश बारी ने आते देखा. उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. हमले में नगर सह मंत्री अश्विनी चौबे के सर में गंभीर चोट आईं. जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

घटना की जानकारी लगते ही अभाविप के जिला अध्यक्ष निश्चल प्रताप सिंह दर्जनों कार्यकर्ता के साथ थाने पहुंचे और वहा जमकर उत्पात मचाया. जिसके चलते थाने में काफी देर तक तनाव की स्थिति बनी रही. जो की सतीश और छोटू बारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद शांत हुई.