चाउमिन, मंचूरियन, फ्राइड राइस, पनीर चीली ये सब वो डिश हैं, जो सभी को बहुत पसंद आती है Specilly छोटे बच्चों को. चाइनीस फूड़ का एक अलग तीखा-टैंगी फ्लेवर सभी को बहुत आकर्षित करता है. क्या आपको पता है इसका टेस्ट बढ़ाने का काम करता है Ajinomoto और यह आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक है.

गर्भावस्था में अगर Ajinomoto Body में जाता है, तो ये गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए बहुत ही हानिकारक होता है. इसके अलावा इसके सेवन से हमारे दिल, मस्तिष्क, पेट और बॉडी के कई तरह से इसका प्रभाव पड़ता है. इसलिए भूल कर भी अजीनोमोटो के सेवन से न करें. Read More – 10 मिनट सुबह-सुबह नंगे पैर घास पर चलें, नहीं होगी ये 6 बीमारी…

मोटापा बढ़ाये

अजीनोमोटो चयापचय संबंधी विकारों के बढ़ते जोखिम के साथ जुड़ा हुआ है. यह उच्च रक्त शर्करा के स्तर और मधुमेह का कारण बन सकता है. वहीं Ajinomoto के सेवन से हमें बार बार भूख लगती है और ना चाहते हुए भी हम खाना खाने लगते हैं, ऐसे में मोटापा आना आम बात है. इसलिए यदि आप मोटापे से बचना चाहते हैं तो अजीनोमोटो का परहेज करें.

सिरदर्द की प्रॉब्लम

अजीनोमोटो के सेवन से कुछ लोगों में सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है. इसके अलावा Ajinomoto के नियमित सेवन से आपको माइग्रेन की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है. इसलिए यदि आप माइग्रेन से बचना चाहते हैं तो आज से ही अजीनोमोटो वाला कुछ भी खाना बंद कर दें.

पेट की समस्या होती है

अजीनोमोटो के नियमित सेवन से पेट संबंधी कई समस्याएं हो सकती है. इससे कुछ लोगों के पेट में जलन भी हो सकती है. इसके अलावा एसिडिटी, एसिड रिफ्लक्स की Problem भी आपको हो सकती है. अधिक Ajinomoto खाने से भी रक्तचाप में उतार-चढ़ाव होता है.

नींद न आना

अजीनोमोटो एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मस्तिष्क कोशिकाओं और न्यूरॉन्स को उत्तेजित करता है जो आपको रात में जगाए रखता है. इस से आपको नींद न आने की समस्या हो सकती है. अनिद्रा की वजह से आपको खर्राटे की प्रॉब्लम भी शुरू हो जाएगी और श्वास विकार से जुड़ी बीमारियां आपको घेर सकती है.

ब्रेन स्ट्रोक का खतरा

Ajinomoto के अधिक सेवन करने से आपकी बॉडी के नर्वस सिस्टम पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे ब्रेन डैमेज होने का खतरा भी बढ़ सकता है. दरअसल, इसमें पाया जाने वाला ग्लूटामिक एसिड एक न्यूरोट्रांसमीटर की तरह दिमाग में काम करता है. अजीनोमोटो की शरीर में ज्यादा मात्रा होने पर दिमाग को नुकसान पहुँचता है. Read More – Constipation : अगर आपको भी है कब्ज की परेशानी, तो रोज करें उत्कटासन …

तंत्रिकाओं होती है प्रभावित

Ajinomoto के नियमित सेवन से तंत्रिकाओं पर भी प्रभाव पड़ता है जो न्यूरोट्रांसमीटर को असंतुलित करता है. इसके सेवन से चेहरे और गर्दन में झुंझूनापन, जलन और सुन्न होने जैसी समस्याएं पैदा हो सकती है. इसके सेवन से अल्जाइमर, हंटिंगटन, पार्किंसंस और मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसे विकारों को भी जन्म देता है.

हृदय के लिए घातक

अजीनोमोटो युक्त खाना खाने से दिल की धड़कन कम या ज्यादा हो सकती है. इसके अलावा Ajinomoto के सेवन से ह्रदय की दर में असामन्यता के साथ सीने में दर्द की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है. वहीं हृदय की मांसपेशियों में जकड़न जैसी समस्या भी हो सकती है.

गर्भावस्था में बेहद नुकसानदेह

अजीनोमोटो का सेवन करने से महिलाओं में बांझपन की समस्या हो सकती है. अगर गर्भवती महिलाएं इसका सेवन करती है, तो इसके सेवन से गर्भ में पल रहे बच्चे को भोजन पहुxचने में बाधा होती है और यह बच्चे के मस्तिष्क के न्यूरॉन्स पर प्रतिकूल प्रभाव डालते है. गर्भावस्था में उच्च सोडियम की मात्रा से जल प्रतिधारण और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं हो सकती है.