नेशनल डेस्क। साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security) रिसर्चर्स द्वारा रिलीज़ की गई रिपोर्ट से पता चला है एक दर्जन से ज्यादा कुछ ऐसे ऐप हैं जो लोगों से जुड़ी जानकारियां जैसे नाम, इमेल, मैसेज और दूसरी निजी जानकारियों को लीक करती हैं. बताया गया है कि ऐसी ऐप्स को 140 मिलियन लोगों द्वारा डाउनलोड किया गया है.

बता दें कि खतरनाक ऐप्स की लिस्ट में Remote Control, Remote for Roku: Codematics, Hybrid Warrior: Dungeon of the Overlord and Find My Kids: Child Cell Phone Location Tracker.’ मौजूद हैं. ये कुछ ऐसे ही ऐप हैं जिनका नाम इस रिपोर्ट में लिया गया है. डेटा लीक का डर तब ज्यादा होता है जब ऐप का कॉन्फ़िगरेशन बिना किसी सिक्योरिटी ट्रेनिंग के किया जाता है जो साइबर क्रिमिनल्स के लिए एक आसान टारगेट बन जाता है.

खराब कॉन्फिरग्रेशन है वजह
फायरबेस, एक मोबाइल ऐप डेवलपमेंट प्लेटफार्म है, जो डेवेलपर्स को होस्टिंग, रियल टाइम क्लाउड स्टोरेज और अनलिट्क्स जैसे फीचर्स प्रदान करता है. ऐसे में रिसर्चस ने खुलासा किया है कि खराब कॉन्फिरग्रेशन के चलते फायरबेस के डेटाबेस से कोई भी रियल यूआरएल का इस्तेमाल कर के यूज़र्स के पर्सनल डेटा का एक्सेस कर सकता है.

इतना ही नहीं वो भी बगैर किसी ऑथेंटिकेशन के, रिसर्चर मार्टिन्स वारेइकीस के अनुसार ये ऐप न सिर्फ यूजर के पर्सनल डेटा को, बल्कि यूज़र के पर्सोनल मैसेज को भी लीक करते है. जांच के लिए रिसर्चरस ने 55 अलग अलग केटेगरी के करीब 1100 मोबाइल ऐप्स जो कि गूगल प्ले स्टोर पर लिस्टेड है, उन्हें एनालाइज़ किया.

साइबरन्यूज़ के अनुसार इन रिसर्चर्स ने गूगल को इन खामियों के बारे में आगाह करते हुए रिक्वेस्ट किया कि डेवेलपर्स को इन खामियों के बारे में आगाह करते हुए कोई ऐसा सलूशन सुझाया जाए जिससे कि वो इन गलतियों से बचे. लेकिन गूगल ने उनकी इस सलाह को नजरअंदाज कर दिया.

इन रिसर्चरस ने प्ले स्टोर पर ही इन ऐप्स को एनालाइज़ किया है लेकिन इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता है कि ऐपल के iOS ऐप्स में ऐसी खामियां न हो. साइबरन्यूज़ ने आगाह किया है कि अगर आप ऐप डेवलपर हो तो हमेशा फायरबेस के सिक्योरिटी गाइडलाइन्स को जरूर फॉलो करें.