रायपुर। न हारे है न हारेंगे,  लड़ते रहे हैं लड़ते रहेंग.  सरकार तेरी तानशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी.  संविलियन लेकर रहेंगे, लेकर रहेंगे. ये कैसी है बेशर्मी, शिक्षक है शिक्षाकर्मी. ऐसे ना जाने कितने ही नारे आज सड़क लेकर अस्थायी जेल में लगते रहे. वैसे ये नारे 20 नवंबर से लग रहे हैं. नारा लगाने वहीं शिक्षाकर्मी है जिनसे सरकार 2003 और 2008 में संविलियन का वादा किया था. वादा पूरा नहीं हुआ तो शिक्षाकर्मी फिर से आंदोलन, हड़ताल करने लगे.

ये तस्वीर रायपुरा में बनाए अस्थायी जेल की और एक तस्वीर बिलासपुर में चक्काजाम की है

खैर ये खबर पुरानी हो गई . आज की ताजा और नई खबर ये है कि शिक्षाकर्मी संविलियन रैली से पहले प्रदेश भर से गिरफ्तार कर लिए गए. मौजूदा सरकार ने शिक्षाकर्मियों पर पहली बार इतनी सख्ती दिखाई है. इससे पहले इसी शिक्षाकर्मियों को राजधानी रायपुर में परिवार सहित 38 दिनों तक आंदोलन करने की इजाजत इसी सरकार ने दी थी.


वैसे प्रदेश भर से अब तक 10 हजार शिक्षाकर्मी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. राजधानी मेें 9 अस्थायी जेल बनाया गया है. शहर के चौक-चौराहों, बाहरी इलाके से गिरफ्तार किए गए शिक्षाकर्मियों को इन अस्थायी जेलों में रखा जा रहा है. कई जगहों पर पुलिस के साथ शिक्षाकर्मियों की जमकर विवाद भी हुआ.  शिक्षाकर्मियों जिन अस्थायी जेलों में रखा गया है वहां ना पीने की पानी की व्यवस्था है, ना खाने और ना शौचालय की स्थिति अच्छी है. शिक्षाकर्मियों इसे लेकर खासी नाराजगी जाहिर की.

ये तस्वीर बूढ़ातालाब धरना स्थल जाने वाली मार्ग की है

..और शिक्षाकर्मियों अस्थायी जेल में किया प्रदर्शन
https://www.youtube.com/watch?v=N53HLh_USmI