शिवम् मिश्रा रायपुर। छत्तीसगढ़ के अग्रणी अस्पतालों में से शुमार एनएचएमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के नए ब्लॉक में ब्लड बैंक का शनिवार को शुभारंभ हुआ. स्टेट ऑफ द आर्ट ब्लड बैंक में ट्रांस्फुजन सेवाओं में एसडीपी, जेल टेक्नोलॉजी, लयूको-रेदुसड, केमिलुमिनेस्संस की वृद्धि की गई.ब्लड बैंक के शुभारंभ अवसर पर रामावतार अग्रवाल, डॉ स्मृति राठौर, डॉ. नीरज नायक और अस्पताल के चिकित्सकों की उपस्थिति रही.

इस अवसर पर एनएचएमएमआई के फैसिलिटी डायरेक्टर नवीन शर्मा ने कहा कि एनएचएमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल अंग विशेष उपचार और विभिन्न टीयरी के स्पेशलिटीज के साथ व्यापक सेवाएं उपलब्ध कराता है. इन सभी सेवाओं के लिए के भीतर ब्लड बैंक होने से मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि ट्रांसफ्यूजन मेडिसीन विभाग में स्थित यह ब्लड बैंक नवीतम उपकरणों और उत्कृष्ट तकनीक से लैस है. यह 24X7 उपलब्ध होगी. यहाँ रक्तदान, घटक पृथक्करण, जांच, भंडारण की सुविधाएं उपलब्ध हैं. इसके अलावा यहां हर महीने लगभग 1000 रक्तदान के ब्लड कॉम्पोनेन्टस को भंडारित करके रखा जा सकता है.

मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज – ट्रांस्फ्यूजन सेवाएं डॉ स्मृति राठौर ने कहा कि संभवतः समूचे प्रदेश का एकमात्र ब्लड बैंक है, जहां एचआईवी, हेपेटाईटिस आदि जैसे ट्रांस्फ्यूजन संक्रमित संक्रमणों की जांच में परिष्कृत केमिल्युमिनेसेंस तकनीक, और इम्यून-हेमेतोलोग्य जांच के लिए एगलुटिनेशन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे संचालन और मानकीकरण में मदद मिलती है, और जांचों की संवेदनशीलता अवं ऊत्पदता बढ़ती है.

वरिष्ठ मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ आलोक कुमार स्वाइन ने कहा कि इस ब्लड बैंक को खोलने के पीछे हमाला लक्ष्य अस्पताल में नियमित रक्तदान शिविर आयोजित कर 100% स्वैच्छिक रक्तदान के आधार पर सुरक्षित रक्त उपलब्ध कराना है. इस ब्लड बैंक को लाल कोशिका कंसेंट्रेट्स, फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा, प्लेटलेट फ्रेरेसिस, लयूको-रेदुसद के लिए लाइसेंस प्राप्त है, और कोविड – 19 आदि जैसी महामारियों की स्थिति में, यह ब्लड बैंक सभी रक्त कम्पोनेंट्स की कमी को दूर करने में सहायक साबित हो सकता है.