16 अक्टूबर को कार्तिक कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि और रविवार का दिन है. 16 अक्टूबर दोपहर बाद 3 बजकर 9 मिनट तक परिघ योग रहेगा. इस योग में किए गए कार्य से प्रतिद्वंदी पर विजय अवश्य मिलती है. साथ ही देर रात 2 बजकर 15 मिनट तक यायीजय योग रहेगा. यायी जय योग में आप अपनी बात रखते हैं या कोई आवेदन देते हैं तो आपकी बात सुनी जाती है. कोई मुकदमा दर्ज करते हैं तो आपको विजय मिलता है.

परिघ योग में जन्म लेने वालों के गुण

परिघ योग में जन्म लेने वाले लोग बुद्धिमान होते हैं, एवं कई विषयों का ज्ञान रखतें हैं. इस प्रकार बहुत विषयों का ज्ञान होने की वजह से समाज में इन्हे व् इनके परिवार को सम्मान के दृष्टिकोण से देखा जाता है, और ये अपने वंश का नाम ऊँचा करते हैं. सामान्यत: इस योग में जन्मे लोग शिक्षा आदि से जुड़े व्यवसाय में कार्य करते हैं, शत्रुओं को पराजित करने वाला, कुल की उन्नति करने वाला, श्रेष्ठ कवि, वाचाल भी होता है. यह योग दंड योग को भंग करके खंड योग तथा चक्रयोग को पुष्ट करता है. इस योग में शत्रु के विरुद्ध किए गए कार्य में सफलता मिलती है अर्थात शत्रु पर विजय अवश्य मिलती है.

योग

नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं. सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है. दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति.

इसे भी पढ़ें :

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक