प्रेस क्लब में मप्र सप्रे संग्रहालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में दो किताबें विमोचित, सत्यनारायण शर्मा ने कहा- ‘साहित्य और संस्कृति को समझने की हैसियत सरकार की नहीं’