नई दिल्ली। पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामले (Patanjali misleading advertisement case) में बाबा रामदेव (Baba Ramdev) और बालकृष्ण (Balkrishna) की मुसीबत अभी और बढ़ने वाली है। मामले में बिना शर्त माफ माफी का हलफनामा स्वीकार करने से इनकार करने पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सख्त रुख अपनाते हुए बाबा रामदेव को नतीजा भुगतने की चेतावनी दी है।

सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को अवमानना नोटिस जारी किया

दरअसल पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। जस्टिस हिमा कोहली (Justice Hima Kohli) और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह (Justice Ahsanuddin Amanullah) की बेंच सुनवाई कर रही है। इस दौरान बाबा रामदेव और बालकृष्ण कोर्ट में पेश हुए हैं।

Patanjali Misleading Ads Case: बाबा रामदेव और बालकृष्ण की बढ़ी मुसीबतें, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- न्यायालय में पेश हों…

सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल (एसजी) ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि मामले में हमने बाबा रामदेव को बिना शर्त के माफी मांगने का सुझाव दिया था। स्वामी रामदेव ने बिना शर्त माफ माफी का हलफनामा स्वीकार करने से भी इनकार कर दिया। पहले 2 अप्रैल को हुई सुनवाई में पंतजलि की तरफ से माफीनामा जमा किया गया था। इन लोगों ने तीन-तीन बार देश के शीर्ष न्यायालय के आदेशों की अनदेखी की है। इन लोगों ने गलती है और इसका नतीजा भुगतना होगा। जस्टिस अमानुल्लाह ने कहा, आप हलफनामे में धोखाधड़ी कर रहे हैं, इसे किसने तैयार किया? इस पर वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि हमसे चूक हुई है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- चूक! बहुत छोटा शब्द. वैसे भी हम इस पर फैसला करेंगे।

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