पणजी। देश में गोवा, यूपी और पंजाब सहित पांच राज्यों में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के नतीजे आने से पहले एक बार फिर कांग्रेस को दल-बदल का डर सताने लगा है। मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में विधायकों के पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने की वजह से सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस ने अब इससे निपटने का नया रास्ता निकाला है। गोवा में कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों को चुनाव जीतने के बाद दलबदल नहीं करने और पांच साल तक पार्टी में रहने की ईश्वर के सामने शपथ दिलवाई है।

कांग्रेस शनिवार को अपने सभी 36 प्रत्याशियों को बस में बैठाकर मंदिर, चर्च और दरगाह लेकर गई। जहां उन्हें शपथ दिलाई कि निर्वाचित होने के बाद वे अपना पाला नहीं बदलेंगे और पार्टी में ही रहेंगे।

पणजी में महालक्ष्मी मंदिर में प्रत्याशियों ने शपथ लेते हुए कहा कि, “देवी महालक्ष्मी के चरणों में हम सभी 36 लोग शपथ लेते हैं कि हम कांग्रेस पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे, जिसने हमें टिकट दिया है।”

कुछ इसी तरह की शपथ उन्हें बम्बोलिम क्रॉस के एक पुजारी ने दिलाई थी। बाद में उन्होंने बेटिम की एक मस्जिद में चादर चढ़ाई और ऐसा ही शपथ लिया।

आपको बता दें मध्य प्रदेश में 22 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस की सरकार सूबे में अल्पमत में आ गई थी और उसे सत्ता से बाहर का रास्ता देखना पड़ा था। दलबदल का ऐसा ही खेल गोवा में भी कांग्रेस को देखना पड़ा था। जहां साल 2017 में 40 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस 17 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन सबसे ज्यादा सीट लाने वाली कांग्रेस के पास पांच साल के भीतर 2 ही विधायक बचे। साल 2019 में कांग्रेस के 10 विधायक सत्तारुढ़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।