भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज (Madhya Pradesh Weather Update) अचानक बदल गया है। आज भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के आसार है। नर्मदापुरम और इंदौर संभाग के जिलों के साथ ही नीमच और मंदसौर में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है। भोपाल, राजगढ़, अशोकनगर, आगर मालवा, भिण्ड समेत अन्य जिलों में भी बारिश की संभावना जताई गई है। 9 मार्च के बाद मौसम साफ होने का अनुमान है।

सोमवार को भी कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश (Rain) हुई है। वहीं कई जिले में ओले भी गिरे हैं। बारिश और ओले से खेतों में खड़ी फसल (standing crops) सहित फलों (Fruits) को भी नुकसान पहुंचा है। राजधानी में दो घंटे में आधा इंच से भी ज़्यादा बारिश हुई है। जिसके चलते रबि की फसलों को नुकसान पहुंचा है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते चना, मसूर, सरसो, मटर की फसलों नुकसान हो रहा है। तेज हवाओं के करण गेहूं की फसलों को भी नुकसान हुआ है।

मार्च में बिगड़ा मौसम का मिजाजः MP के भोपाल, मंदसौर, राजगढ़, रतलाम और आगर-मालवा समेत जिले में हुई बारिश, ओले से खड़ी फसलों को पहुंचा नुकसान

फसलों के सर्वे और मुआवज़े को लेकर सियासत

पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) ने ट्वीट कर लिखा- प्रदेश में आज राजधानी भोपाल सहित उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, राजगढ़, विदिशा और छिंदवाड़ा सहित कई जिलों में ओलावृष्टि हुई है। इससे बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचने का अंदेशा है। मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन करता हूं कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का तुरंत आकलन कराएं और पीड़ित किसानों को शीघ्र अति शीघ्र राहत राशि वितरित करायें।

बिना सर्वे के जारी करें राशि- कांग्रेस विधायक

कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि विधानसभा सत्र में दो दिन सिर्फ़ किसानों पर चर्चा की जाएगी। सरकार बताये कि अब तक कितना भुगतान हुआ है। सरकार किसानों पर कितना खर्ज कर रही है। बिना सर्वे के सरकार की ओर से राशि जारी की जाए। बीघे ज़मीन के हिसाब से मुआवज़ा दिया जाए। कुणाल चौधरी ने कहा कि जब तक सर्वे होगा मुआवज़ा मिलेगा तब तक किसान परेशान हो चुका होगा। किसान बच्चे की तरह अपनी फ़सल को पालता है। कर्ज़ में रह कर किसान अपनी फसलों की देखभाल करता है। लेकिन बेमौसम बरसात ने पूरी तरह सब बर्बाद कर दिया।

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उन्होंने कहा कि सिर्फ़ घोषणाओं से काम नहीं चलेगा। सरकार को वाक़ई में मुआवज़ा देना होगा। प्रदेश में किसानों की हालत बहुत ज़्यादा ख़राब है। कुणाल चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से गेहूं की फसलों का दाम भी कम हो गया है। कांग्रेस की मांग है कि सरकार किसानों को 40 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की राहत फौरन दे।

सीएम शिवराज ने कहा – किसान चिंता न करें, मामा आपके साथ है

वहीं प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh) ने कहा कि प्रदेश के कुछ स्थानों में ओला वृष्टि की सूचना प्राप्त हुई है। मेरे किसान भाई-बहन चिंता न करें, मामा शिवराज आपके साथ है। शीघ्र ही ओला वृष्टि से हुई फसलों के नुक़सान का सर्वे कराया जाएगा।

कृषि मंत्री ने दिए सर्वे के निर्देश

कृषि मंत्री कमल पटेल ने बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसलों के सर्वे कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि संकट के समय में सरकार किसानों के साथ है। सरकार किसानों के किसी भी प्रकार के नुकसान की भरपाई करेगी। कलेक्टरों को सर्वे कर तत्काल रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। राजस्व और बीमा कंपनियों को भी निर्देश दिए गए है। जल्द किसानों को मुआवजा राशि वितरित की जाएगी।

किसानों के साथ खड़ी है प्रदेश और केंद्र सरकार- केंद्रीय कृषि मंत्री

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों के साथ खड़ी है। स्वाभाविक रूप से किसानों को कभी-कभी प्राकृतिक रूप से काफी नुकसान होता है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार ऐसे विषयों को संज्ञान में लेकर जो प्रक्रिया है उसके तहत आगे का काम करेगी। किसानों को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करने का प्रयास किया जाएगा।

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