सुनील यादव. कोंडागांव. छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिला में सड़क निर्माण के दौरान सोने के सिक्कों से भरा एक छोटा सा घड़ा मिला है. प्राप्त पुरातत्व अवशेष 8वीं से 12 वीं शताब्दी के मध्य का बताया जा रहा है. कोरकोटी-धनोरा रोड खुदाई के दौरान ये छोटा घड़ा मिला है. जानकारी के अनुसार सरपंच नेहरूलाल बघेल ग्रामवासियों के साथ सभी पुरातत्व अवशेषों को कलेक्टर को सौंपने पहुँचे हुए हैं. रोड निर्माण के दौरान महज 1 फीट की खुदाई में ही पुरातत्व अवशेषों से भरी एक छोटी-सी मिट्टी की मटकी मिली है.

 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों को ये मटकी 10 जुलाई को मिली थी. कई दिनों तक ग्रामीण विचार-विमर्श करते रहे कि इन सोने-चांदी के सिक्कों का आखिर क्या किया जाए. अंततः सरपंच और ग्रामवासियों ने फैसला लिया कि सभी पुरातत्व अवशेष कलेक्टर को सौंप दिया जाये. आज सरपंच और ग्रामीण सोने के सिक्कों से भरी मटकी कलेक्टर को सौंपने कलेक्टोरेट पहुंचे हुए हैं.

बता दें कि प्राप्त मटकी में सोने के 22 नग बड़े सिक्के, सोने के ही 34 नग छोटे सिक्के और 1 नग चाँदी के सिक्के मिले हैं. साथ ही सोने की एक बाली भी मिली है. गूगल सर्च के मुताबिक बताया जा रहा है कि ये सिक्के राजा यादवा देवा मिलना के समय की है. राजा यादवा देवा मिलना ने 1200 से 1247 तक इस क्षेत्र में शासन किया है. इस क्षेत्र में 850-1334 के बीच यादवा शासनकाल रहा है. उस समय यादवा का शासन क्षेत्र देवगिरी, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश तक फैला हुआ था.