एसीपी कोतवाली की टीम ने ड्यूटी पर तैनात महिला दारोगा को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी सेक्स रैकेट संचालक से रिश्वत लेने पर हुई है. सेक्स रैकेट चलने की सूचना मिलने पर पुलिस ने छापेमारी के थी, लेकिन महिला दरोगा ने पैसे लेकर आरोपियों को छोड़ दिया था. इस पर महिला दरोगा को ड्यूटी के दौरान अरेस्ट किया गया है.

बता दें कि कानपुर कमिश्नर पुलिस में एडिशनल डीसीपी पूर्वी राहुल मिठास के कार्यालय में तैनात महिला दरोगा को शुक्रवार रात क्राइम ब्रांच ने 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि महिला दारोगा कोतवाली में तैनात एक होमगार्ड के साथ पनकी स्थित एक घर में रैकेट की सूचना पर छापा मारने गई और मौके से जालौन के दो कारोबारियों को पकड़कर उन्हें बंधक बना लिया था.

जानकारी के अनुसार वह दोनों कारोबारियों को करीब तीन घंटे तक अपनी कार में बैठा कर शहर भर में घूमती रहीं और छोड़ने के एवज में 15 लाख रुपए मांगे. किसी तरह से दोनों कारोबारी महिला दारोगा के चंगुल से छूटे और पुलिस आयुक्त से मिलकर पूरे घटनाक्रम से उन्हें अवगत कराया. इसके बाद पुलिस आयुक्त ने क्राइम ब्रांच को लगाकर महिला दरोगा को रिश्वत लेते गिरफ्तार करा दिया. महिला दोरागा, होमगार्ड और रैकेट चलाने वाली महिला के खिलाफ पनकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है.

इस मामले में पुलिस ने महिला दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसका साथी होमगार्ड अभी भी फरार है. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पनकी इलाके में बने घर में सेक्स रैकेट का संचालन किया जा रहा था, जहां बाहर से आए व्यापारियों को देह व्यापार में संलिप्त युवतियां उपलब्ध कराई जाती हैं. अब पुलिस सेक्स रैकेट चलाने वाले संचालक और संचालिका से भी दरोगा के जोड़े तारों की जांच करेगी. पुलिस की जांच में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है कि बिना किसी शिकायत के और अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर सिर्फ वसूली के उद्देश्य से महिला दरोगा ने छापेमारी की थी.