रायपुर। प्रदेश में आदिवासी नेतृत्व को लेकर बीजेपी के आदिवासी नेताओं की हुई बैठक को लेकर उठे सवाल पर पार्टी के ही दिग्गज नेता बचते नजर आ रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि यह विषय अभी जानकारी में नहीं आया है. इस पर जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह पाऊँगा. वहीं अजय चंद्राकर ने भी मामले से पल्ला झाड़ लिया.

पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि अखबारों से ऐसी बैठक होने की खबर मिली है. लेकिन इस बैठक में कौन-कौन थे, इसकी मुझे जानकारी नहीं है. बैठक में सिर्फ बीजेपी के लोग थे, या कांग्रेस, या जेसीसी के इस पर कोई जानकारी इस वक्त नहीं है. जब तक मैं अपने सोर्स से पुख़्ता ना हो जाऊँ तब तक इस विषय पर कुछ कह नहीं पाऊँगा. वहीं बीजेपी के भीतर आदिवासी मुख्यमंत्री की माँग किए जाने के सवाल पर चंद्राकर ने कहा कि यह काल्पनिक सवाल है.

वहीं बृजमोहन अग्रवाल ने आदिवासी नेतृत्व को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा कि वे अपनी बात रख रहे हैं, सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. यह अच्छी बात है.

बता दें कि दिग्गज आदिवासी भाजपा नेता नंदकुमार साय के बंगले में रामविचार नेताम समेत अन्य बड़े आदिवासी नेताओं और समाज प्रमुखों की गोपनीय बैठक हुई थी. बैठक में साल 2023 में भाजपा की सरकार बनाने के साथ ही आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने के एजेंडे पर चर्चा हुई. बैठक से एक बार भाजपा की अंदरुनी राजनीति में खलबली मची हुई.

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