शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण और कालाबाजारी को लेकर विधायकों का सरकार को पत्र लिखने का दौर जारी है. प्रदेश में नकली रेमडेसिविर समेत कई तरह की हो रही कालाबाजारी को लेकर पक्ष से लेकर विपक्ष के नेता-विधायक सीएम सहित अधिकारियों को पत्र लिख रहे हैं. इसी सिलसिले में बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल ने भी जबलपुर कमिश्नर को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने लिखा कि जबलपुर सिटी अस्पताल में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाकर मरीजों को मारा जाता था और उनके स्थान पर अन्य मरीजों को भर्ती किया जाता था. उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के कई राजनैतिक साइलेंट पार्टनर हैं, जो हॉस्पिटल को अपराध करने में ताकत दे रहे हैं.
विधायक जालम सिंह ने पत्र लिखते हुए सिटी हॉस्पिटल पर आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन तय करता था कि किस कब मारना और किसे जिंदा रखना है. उन्होंने ने कहा कि अस्पताल में एडमिट होते ही एक से 5 लाख जमा कराया जाता है. इस दौरान तय किया जाता है. जबलपुर कमिश्नर को पत्र लिखकर विधायक ने जानकारी मांग की है कि सिटी अस्पताल में अबतक नरसिंहपुर के कितने मरीजों की मौत हुई और कितने रुपए वसूले गए.
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बीजेपी विधायक ने लिखा कि नरसिंहपुर से जबलपुर पास होने के कारण जिले के हजारों लोगों ने अस्पताल में इलाज कराया है. वहीं जिले के लगभग 200 लोगों की सिटी हॉस्पिटल में हुई है. मरीजों से अस्पताल प्रंबधन ने लाखों रूपए लूट लिए हैं. साथ ही अस्पताल में सरकारी योजना के जरिए भी पैसों का फर्जीवाड़ा किया है.
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