संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों में जानवरों का शिकार जारी है. वन विकास निगम एरिया में एक टाइगर के शावक का शव मिला है. शावक का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है.

मिली जानकारी के मुताबिक टिंगीपुर के जंगल में टाइगर के शावक का शव मिला है. बाघ के शिकार होने की आशंका है. वहीं डीएफओ ने कहा कि बाहरी तौर पर चोट के निशान नहीं हैं.

डीएफओ ने कहा कि फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं है. CCF सहित वन विभाग के बड़े अफसर मौके पर मौजूद हैं. वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

वहीं घटना की पुष्टि करते हुए मुंगेली कलेक्टर अजीत वसंत ने बताया कि घटना टिंगीपुर में घटित हुई है. जहां शावक की डेड बॉडी मिली है. यह क्षेत्र वन विकास निगम का एरिया है. खबर लिखे जाने तक कलेक्टर साहब का कहना था कि रात में ही शावक के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.

बता दें अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों में पहले भी कई दफा वन्य प्राणियों के करंट तार की चपेट में आने के चलते शिकार होने का वारदात सामने आया है. इसी क्रम में महोनो पहले कुछ हथियारबंद ग्रामीणों को ट्रेप कैमरे में वन विभाग के अधिकारियों ने देखा था, जिनकी गिरफ्तारी वनग्राम से की गई थी, जिन्हें जेल दाखिल किया गया था.

वहीं बीते कुछ दिनों पहले एक घायल शेरनी मिली थी, जिसका उपचार कानन पेंडारी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की निगरानी में किया गया था, जिसके बाद हाल ही में सिहावल सागर से लगे टिंगीपुर के वन विकास निगम एरिया में भारत के संरक्षित राष्ट्रीय पशु बाघ के शावक का शव मिला है.

वहीं lalluram.com के पास मौजूद तस्वीर में साफ नजर आ रहा है कि उक्त बाघ की पिछले कुछ दिनों पहले ही मौत हुई है, जिससे शव आज सड़े हालत में बरामद किया गया है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जंगल की रक्षा के लिए तैनात वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित वनरक्षक और पैदल गार्ड किस तरीके से जंगल की सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं.

इस पूरे मामले में वन विभाग के अधिकारी सहित कर्मचारियों की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है, क्योंकि टाइगर की संख्या देश में घट रही है. ऐसे में बाघ की मौत होना चिंताजनक है.

 

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