मोसीम तड़वी, बुरहानपुर। मध्यप्रदेश में फरवरी-मार्च 2022 में बोर्ड की परीक्षा हुई थी. बुरहालपुर जिले में उर्दू माध्यम हायर सेकेंडरी में अर्थशास्त्र विषय में दो शासकीय स्कूलों के 100 से अधिक छात्र-छात्राएं फेल हो गए हैं. जिससे उर्दू माध्यम के विद्यार्थियों में निराशा देखी जा रही है. अब बच्चों ने रिचेकिंग की मांग है.

दरअसल हरिरपुरा उर्दू स्कूल के 75 बालिकाओं को एक ही विषय में फेल कर दिया गया है. वही खैराती बाजार की उर्दू स्कूल के करीब 35 बालक और बालिकाओं को भी फेल कर दिया है. 29 अप्रैल को जैसे ही रिजल्ट घोषित हुआ, तो सभी उर्दू माध्यम की बच्चियां रिजल्ट देखकर दंग रह गई. सभी बालक बालिकाओं को एक समान अंक देकर फेल किया गया है, जो आश्चर्यजनक है. अब इसे सिस्टम की लापरवाही समझे या कॉपी चेक करने वाले शिक्षकों की गलती.

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जब इन छात्र- छात्राओ से लल्लूराम डॉट कॉम ने टीम ने फेल होने पर चर्चा की, तो बालिकाओं ने बताया कि हमने सबसे ज्यादा मेहनत इस विषय पर की थी और हम सभी को फेल कर दिया गया है. हम उर्दू माध्यम से हैं इसलिए हमारे साथ नाइंसाफ़ी की गई है. हम सब चाहते है की अर्धशास्त्र विषय की रिचेकिंग हो.

खैराती बाजार उर्दू स्कूल में पढ़ने वाले 12वीं के छात्र भी अर्थशास्त्र विषय में फेल हो गए है. तस्लीम ने कहा कि हमारे साथ नाइंसाफी हुई है, जबकि लड़कों ने भी इसी विषय पर काफी मेहनत की थी. जिसका परिणाम अच्छा आने के बजाय इतना ख़राब आया. दो शासकीय उर्दू स्कूल के 100 से अधिक बालक बालिकाओं को फेल कर दिया है. सभी ने अर्थशास्त्र विषय के रिचेकिंग करने की मांग की है.

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पूरे मामले में अब संकुल प्राचार्य रजिया खान का कहना है कि 35 से 40 साल में ऐसा कभी भी रिजल्ट नहीं आया है, लेकिन अभी का जो रिजल्ट है उसमे सभी बालिका फेल हो गई है. क्या वजह है. हम लोग नहीं बता सकते. ऐसा नहीं होना चाहिए.

बता दें कि पिछले वर्ष में भी इतिहास विषय में भी बच्चों को सप्लीमेंट्री देकर फेल कर दिया था. अर्थशास्त्र में हुए फेल बच्चे अब निराशा हो गए हैं. सभी बच्चों को 6 से 7 तक ही नम्बर दिए है. सिस्टम की लापरवाही समझे या कॉपी चेक करने वाले शिक्षकों की लापरवाही. क्योंकि एक विषय में सभी बच्चों का फेल होना आश्चर्यजनक है. जो बच्चियां टॉप किया करती थी वह सभी बच्चियां भी फेल हो गई है.

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