नई दिल्ली। आज मंगलवार से देशभर में CBSE की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. सीबीएसई द्वारा 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के लिए बोर्ड परीक्षा का यह दूसरा चरण आयोजित किया गया है. करीब 35 लाख छात्र सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने जा रहे हैं. मंगलवार 26 अप्रैल को बारहवीं कक्षा के छात्र एंटरप्रेन्योरशिप, ब्यूटी एंड वेलनेस की परीक्षा दे रहे हैं. वहीं कक्षा 10 के लिए पेंटिंग और कुछ क्षेत्रीय भाषाओं की परीक्षा रही. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सीबीएसई व विभिन्न राज्य सरकारों ने इन बोर्ड परीक्षाओं को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं. इसी के मद्देनजर परीक्षा से पहले और परीक्षा के दौरान स्कूलों में बड़े स्तर पर सैनिटाइजेशन ड्राइव एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया.

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बढ़ाया छात्रों का उत्साह

बोर्ड परीक्षा का दूसरा चरण शुरू होने पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने परीक्षा में शामिल हो रहे छात्रों से कहा- ऑल द बेस्ट एग्जाम वॉरियर्स. परीक्षा पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कहे गए शब्दों को ही मैं दोहरा रहा हूं कि जो कुछ भी आप कर रहे हैं पूरे आत्मविश्वास के साथ करें और किसी भी प्रकार के तनाव से दूर रहें. परीक्षाएं जीवन में एक त्योहार के रूप में शामिल हों. गौरतलब है कि सीबीएसई द्वारा इस वर्ष बोर्ड की परीक्षाएं दो अलग-अलग चरणों में ली जा रही है. यह परीक्षा का दूसरा चरण है. पहला चरण पिछले वर्ष नवंबर-दिसंबर माह के दौरान आयोजित किया गया था. यह बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन मोड में है. सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज के मुताबिक दूसरे चरण में इस बार 10वीं और 12वीं की परीक्षा एक शिफ्ट में आयोजित की जा रही है. सीबीएसई 50 फीसदी सिलेबस के लिए यह परीक्षाएं आयोजित कर रही है. बाकी के 50 प्रतिशत सिलेबस के लिए परीक्षाएं पिछले वर्ष पहले चरण में आयोजित की जा चुकी हैं.

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सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं 15 जून तक, 10वीं की 24 मई तक

सीबीएसई की 10वीं की परीक्षाएं 26 अप्रैल से 24 मई तक हैं. वहीं 12वीं कक्षा के लिए शुरू की गई सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 15 जून तक जारी रहेंगी. कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए सीबीएसई ने छात्रों के लिए खास दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं. इन दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए छात्रों को एग्जाम सेंटर के अंदर कोविड प्रोटोकॉल का खास ख्याल रखना होगा. सीबीएसई बोर्ड के अध्यक्ष विनीत जोशी ने सोमवार को लाइव वेबिनार के जरिए विभिन्न स्कूल के प्रिंसिपलों, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को सीबीएसई टर्म 2 एग्जाम गाइडलाइंस की जानकारी दी. सीबीएसई बोर्ड एग्जाम सेंटर पर हर किसी को इन नियमों का पालन किया जा रहा है. परीक्षा केंद्र में कोरोना नियमों का पालन नहीं करने वालों पर एक्शन लिया जा सकता है. छात्रों और स्टाफ के लिए जारी की गई यह गाइडलाइन सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है.

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सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल

राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में भी बीते दिनों ही नियमित कक्षाएं शुरू की गई हैं. ऐसे में छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए स्कूल भी प्रयास कर रहे हैं. दिल्ली के स्कूल में 12वीं की परीक्षा देने पहुंची छात्रा त्रिवेणी शर्मा ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर हम लोग समय से पहले ही परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए. ऐसा इसलिए ताकि सभी छात्रों के एक साथ पहुंचने पर अधिक भीड़ न हो. त्रिवेणी ने बताया कि स्कूलों ने सोशल डिस्टेंसिंग का व्यापक इंतजाम किया है. वहीं स्कूलों के मुताबिक न केवल प्रवेश द्वार बल्कि कंपाउंड और परीक्षा केंद्र के अंदर भी छात्रों के बैठने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया जा रहा है.

सीबीएसई के सिलेबस में बदलाव का कई छात्र संगठन कर रहे विरोध

इधर सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 9, 10, 11 और 12 के लिए नया सिलेबस घोषित किया है. सिलेबस में किए गए बदलाव के तहत 10वीं के सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम से उर्दू शायर फैज अहमद फैज की नज्मों को हटा दिया गया है. सीबीएसई ने कक्षा 11वीं की पुस्तक से इस्लाम की स्थापना, उसके उदय और विस्तार की कहानी बताने वाले अध्याय सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स को हटाया है. वहीं 12वीं कक्षा की पुस्तक से मुगल साम्राज्य से जुड़े पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है. इन बदलावों पर ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) का कहना है कि सीबीएसई ने अलोकतांत्रिक रूप से अपने पाठ्यक्रम से कुछ हिस्सों को बाहर रखा है. एआईडीएसओ के महासचिव सौरव घोष ने कहा कि भारत में शिक्षा प्रणाली पर सरकार के हमले बढ़ते जा रहे हैं. देश में प्रदान की जा रही शिक्षा सत्ता पक्ष की विचारधारा के अनुकूल और प्रतिबिंबित हो, यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं.