शिवम मिश्रा, रायपुर। AIIMS, SCCL, और BSP में नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों से लाखों की ठगी करने वाले शातिर ठग ने सरेंडर कर दिया है. आरोपी जीवमंगल टण्डन ने जिला कोर्ट के सामने सरेंडर किया है. शातिर ठग ने बीते 30 मई को 5 लोगों से ठगी की थी. आरोपी टंडन नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरटीजीएस और नगद लेकर 19 लाख का चूना लगाया था. आरोपी के खिलाफ सरस्वती नगर थाना में धारा 420 के तहत मामला दर्ज है.

जानकारी के अनुसार, आरोपी जीवमंगल टंडन ने पिछले तीन साल पहले निजी आयरन कंपनी के कर्मचारी अब्दुल वदूद को SCCL में नौकरी दिलाने के नाम पर 3 लाख 50 हजार रुपए लिए थे. जब प्रार्थी ने ठग से सबूत मांगा तो उसने कह दिया नौकरी के नाम पर लेन-देन करना अपराध है. इसलिए मैं अपने लेटर पैड में टाइप कर देता हूँ. रकम लेने के कुछ दिनों बाद ठग ने अब्दुल के घर आकर कहा आपका काम हो चुका है. जल्द ही आपको प्राइवेट नौकरी से छुटकारा मिल जाएगा.

ऐसा कहकर ठग ने अब्दुल को और लोगों को नौकरी दिलाने की बात कही. इसके बाद अब्दुल ने अपने दोस्त अब्दुस्स समद को नौकरी SCCL में नौकरी करने के लिए तैयार किया. जिसके बाद अब्दुस्स ने भी ठग को 1 लाख 50 हजार रुपए दे दिए. फिर शातिर ठग ने अपना तीसरा निशाना मोहम्मद उमर को बनाया, जिससे AIIMS में सुपरवाइजर के लिए 3 पोस्ट खाली होने का झांसा दिया. इस पर उमर ने अपने दोस्त अशोक यादव को बताया और उससे भी सर्टिफिकेट के 4 लाख 50 हजार रुपए रायपुर बुला लिया. रायपुर में कुछ घंटों की बातचीत के बाद अशोक ने ठग को अपने पैसे दे दिए. जिसके बाद ठग ने कुछ दिनों बाद अशोक को फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर थमाकर कुछ दिन इंतजार पर रोक दिया.

कैबिनेट मंत्री को 40 लाख देने का किया था दावा

इस तरह ठग ने धीरे-धीरे 3 लोगों को अपने जाल में फंसा लिया था. जिसके बाद उसने म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी कासिफ इकबाल को परीक्षा में पास कराकर नौकरी दिलाने की जिम्मेदारी लेकर 7 लाख रुपए अपने खाते में डलवा लिया. इतना ही नही ठग ने कासिफ को ये तक कह दिया था कि मंत्री को हमारी पार्टी ने चुनाव लड़ते समय 40 लाख रुपए का सहयोग कर उन्हें चुनाव जिताया है.

कलेक्टर को बताया था दोस्त

शातिर ठग से बातचीत के दौरान अब्दुल वदूद ने अपने क्षेत्र जिला बलरामपुर के तीन गांव का नाम बताया. गुरमुटी, मेढना, मदनपुर स्कूल से जुड़े कुछ काम बताए. फिर क्या ठग को एक और मौका मिल गया और उसने एक जिले के कलेक्टर को अपना दोस्त बता दिया. हाथों-हाथ काम दिलाने का दावा कर उसके एवज में 1 लाख 50 हजार रुपए की मांग कर ली. प्रार्थी अब्दुल वदूद रातों-रात किस्मत बदलने का सपना देख ठग को पैसा दे दिया. जिसके बाद शातिर ठग ने बड़े आराम से अपने लैटर पैड पर कलेक्टर को पत्र लिख दिया. इन सब का पैसा लेकर ठग कुछ ही दिन में काम का बहाना देकर रायपुर से बाहर चला गया. जैसे जैसे समय गुजरता गया वैसे-वैसे पैसे देने वालों की चिंताए बढती गई.

ठग ने सुप्रीम कोर्ट में फंसाने की दी थी धमकी

एक लंबा समय बीत जाने के बाद जब अब्दुल ने ठग को फोन तो कभी दौरा में रहना बताया, तो कभी मोबाइल नहीं उठाना, कभी ये बोलना की मै सतनामी हूँ, तुम सब को सुप्रीम कोर्ट में फंसा दूंगा कहकर धमकी देने लगा. आखिरकार प्रार्थी ने सरस्वती नगर थाना में आरोपी जीवमंगल सिंह टंडन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. थाना प्रभारी गौतमचंद गावड़े ने बताया कि AIIMS, SCCL, BSP में नौकरी दिलाने के नाम पर 5 लोगों से 19 लाख की ठगी हुई है. प्रार्थी की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही है.

सरस्वती नगर थाना प्रभारी अमित तिवारी ने बताया कि धोखाधड़ी का आरोपी गिरफ्तार हुआ है. आरोपी जीवमंगल टण्डन ने मई 30 को 5 लोगों से धोखाधड़ी कर 19 लाख रुपए ठगे थे. आरोपी के खिलाफ सरस्वती नगर थाना में धारा 420 के तहत अपराध दर्ज है.

 

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