पामगढ़। प्रदेश में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गई है. संक्रमण रोकने स्वास्थ्य विभाग लगे हुए हैं. इस कार्य में हर कोई सहयोग कर रहा है. फिर भी मरीजों के बढ़ते आंकड़े के चलते उन लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है. खासकर ग्रामीणों इलाकों में स्थिति दयनीय है. समय पर इलाज नहीं मिल पाने से हालत खराब हो जा रही है. ऐसे में मरीजों को राज्य के बड़े अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा रहा है. जहां से बुरी खबर सुनने को मिल रही है.

इन सब गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए पामगढ़ एसडीएम करूण डहरिया सामने आए हैं. स्थानीय लोगों की मदद के लिए उन्होंने जनसहयोग से मरीजों के लिए एक कोविड अस्पताल बनाने की पहल की है. अपने एक माह का वेतन इस कार्य के लिए दान किया है. और अन्य लोगों को भी सोशल मीडिया के जरिए इस कार्य में सहयोग करने की अपील की है. वहीं पामगढ़ विधायक इंदु बंजारे ने भी इस मुहीम में अपना एक माह का वेतन दिया है.

करूण डहरिया ने अपने पोस्ट में कहा है कि अभी हम वैश्विक कोरोना महामारी के गंभीर दौर से गुजर रहे हैं. इस महामारी से लड़ने में हर व्यक्ति अपना योगदान दे रहा है. शासकीय चिकित्सालय हो या निजी चिकित्सालय सभी मरीजों का इलाज पूरी तन्मयता के साथ कर रहे हैं. किन्तु अब समय आ गया है कि हम शासन प्रशासन के साथ मिलकर व्यक्तिगत एवं सामूहिक सहभागिता द्वारा कोविड केयर सेंटर/अस्पताल की स्थापना करें. जहां हम स्थानीय लोगों का इलाज कर सकें.

ऐसा ही एक नेक पहल आज हम सब मिलकर प्रारम्भ करने जा रहे हैं. पामगढ़ में एक 50 बेडेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना पूर्ण रूप से जनसहयोग द्वारा की जाएगी. यहां सभी 50 बेड ऑक्सिजनेटेड होंगे. इस कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर की व्यवस्था हेतु ही हमें आर्थिक सहयोग की आवश्यकता होगी जबकि अन्य सामग्री जैसे दवाइयां, मेडिकल किट, थर्मल स्कैनर/थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर,  आर ओ बेड, गद्दे, कूलर, बाल्टी, मग, सफाई उपकरण इत्यादि की व्यवस्था विभिन्न सहयोगी साथियों के माध्यम से की जाएगी. इस कार्य के लिए मैं अपने एक माह का सम्पूर्ण वेतन 55689 रुपए अर्पित करता हूं. जो भी सहयोगी साथी इस कार्य में जुड़ना चाहते हैं वो वॉट्सएप लिंक के माध्यम से जुड़कर अपना सुझाव व सहयोग प्रदान कर सकते हैं.

आईजी दीपांशु काबरा ने भी ट्वीट कर सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने बताया कि जनसहयोग से पामगढ़ में 50 बेड कोविड केयर अस्पताल बनेगा. एसडीएम करूण डहरिया ने अपने एक माह का वेतन दिया है.
लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में एसडीएम करूण डहरिया ने बताया कि अभी काफी लोगों का सहयोग मिल रहा है. अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों ने मदद की है. फिलहाल सहयोग मिले राशि का डाटा एकत्र कर रहे हैं. एसडीएम ने कहा कि ये सभी कार्य कलेक्टर के निर्देश पर हो रहा है. ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, अन्य मेडिकल सामग्री के लिए ही लोगों से मदद ले रहे हैं. बाकी सुविधा शासन से मिलेगा. जिले में 28 तारीख तक कंटेनमेंट जोन निर्धारित किया गया है. कंटेंटमेंट जोन हटने के बाद ही लोगों को कोविड केयर अस्पताल की सुविधा मिल पाएगी.
बता दें कि जिले में सोमवार को 822 कोरोना पॉजिटिव मिले थे. यहां कोविड की संख्या बढ़ती जा रही है. आगे की स्थिति भयानक हो सकती है. इसी को ध्यान में रखकर तैयारी की जा रही है. वहीं अन्य राज्यों में जो मजदूरी करने गए हैं, वे अब वापस आएंगे. उनमें कोरोना लक्षण दिखने पर कोविड केयर सेंटरों में रखा जाएगा.