कोविड-19 महामारी के दौरान हर व्यक्ति अवसाद, तनाव से जूझ रहा है. ऐसे में कोविड संक्रमितों, पोस्ट कोविड एवं सामान्य लोगों के लिए जिला बलौदाबाजार की ओर से विशेष पहल के तहत वर्चुअल ओपीडी की शुरूआत गुरूवार की गई. डॉ. खेमलाल सोनवानी सीएमएचओ बलौदाबाजार के नेतृत्व में कोविड नोडल अधिकारी डॉ. राकेश कुमार प्रेमी की विशेष पहल पर उक्त ओपीडी के पहले दिन 12 लोगों ने जुड़करल अपनी स्वास्थ्यगत समस्याओं का निदान एवं सुझाव हासिल किया. इस दौरान विशेषज्ञ ने एक अति गंभीर मरीज को नवीन कोविड अस्पताल बलौदाबाजार में भर्ती होने का परामर्श भी दिया.

खुद पॉजिटिव होकर भी लोगों को दिया सुझाव- जिला कोविड नोडल अधिकारी डॉ. राकेश कुमार प्रेमी कोविड पॉजिटव हैं और खुद को आइसोलेट किया है. बावजूद इसके कोवि़ड मरीजों को मानसिक स्वास्थ्य का लाभ पहुंचाने उन्होंने वर्चुअल ओपीडी प्रतिदिन संचालित करने का फैसला लिया है. डॉ.राकेश ने बताया प्रतिदिन जूम ऐप के माध्यम से वर्चुअल ओपीडी सुबह 11 बजे से संचालित होगी. इसके लिए मीटिंग आईडी- 81990267031 तथा पासकोड 010089 होगा.

वर्चुअल ओपी़डी का संचालन जूम ऐप के माध्यम से किया गया. इस दौरान कोविड नोडल अधिकारी एवं जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राकेश कुमार प्रेमी ने कोविड से संक्रमित होम आइसोलेटेड व्यक्तियों समेत पोस्ट कोविड मरीजों की स्वास्थ्यगत समस्याओं एवं जिज्ञासाओं के बारे में सलाह दी. डॉ. राकेश कुमार ने बताया वर्चुअल ओपीडी के प्रथम दिन लगभग 10-12 लोग ही जुड़े थे, जो सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से थे. उन्होंने बताया भिलाईगढ़ छपोरा गांव के एक व्यक्ति को गंभीर स्वास्थ्यगत समस्या की वजह से नवीन कोविड अस्पताल बलौदाबाजार में भर्ती होने की सलाह दी गई. ओपीडी का संचालन एवं नॉन फार्माकोलॉजिकल ट्रीटमेंट सलाह कार्यक्रम सलाहकार एनसीडी ( नॉन कम्युनिकेबल डिजीस) डॉ. सुजाता पांडेय द्वारा दिया गया.

कोविड और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ट्रेनिंग- राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत कोविड संक्रमण और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए संक्रमित, ठीक हो चुके  मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य  काउंसिलिंग एवं इलाज के लिए स्वास्थ्य कर्मियों, मेडिकल ऑफिसर एवं नर्सों को विशेष रूप से निम्हांस की ओर से प्रशिक्षित किया जा रहा है. इसी क्रम में 21 मई से 27 मई तक  कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, एएनएम, बीपीएम, एमपीडब्ल्यू एवं रूरल हेल्थ ऑफिसर को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. उक्त प्रशिक्षण जूम ऐप, यूट्यूब लाईव स्ट्रीमिंग के माध्यम से दी जाएगी. प्रशिक्षण मुख्य रूप से रायपुर, दुर्ग, बस्तर, सरगुजा एवं बिलासपुर के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए होगा ताकि प्रशिक्षण हासिल कर वह कोविड मरीजों के मानसिक स्वास्थ्यगत समस्याओं का निदान कर सकें.