रायपुर। रायपुर AIIMS में पढ़ रही 22 साल की छात्रा साक्षी दुबे की खुदकुशी के मामले में नया मोड़ सामने आया है. परिजनों ने AIIMS प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्रा साक्षी दुबे के परिजनों ने डिपार्टमेंट के HOD नरेंद्र कुमार बोधे पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. साथ ही छात्रा साक्षी दुबे के परिजनों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है, ताकि साक्षी को इंसाफ मिल सके.

AIIMS के HOD पर लगे कई गंभीर आरोप

दरअसल, 2 जुलाई की AIIMS में पढ़ रही छात्रा साक्षी दुबे की फांसी पर लटकी लाश मिली थी. हॉस्टल के कमरे में सीलिंग फैन से फंदे पर उसका शव झूलता मिला था. बिलासपुर के जोरापारा में रहने वाली साक्षी रायपुर एम्स में बीएससी पैरामेडिकल की स्टूडेंट थी. वह रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रथम वर्ष में पढ़ रही थी. वे एम्स परिसर के नर्सिंग हॉस्टल में 6 महीने से रह रही थी. शुक्रवार की रात उनके परिजनों को फोन आया कि साक्षी फांसी लगाकर सुसाइड कर ली है.

इस खबर को सुनते ही परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई. परिजन तत्काल वहां पहुंचे. रात ज्यादा होने के कारण दूसरे दिन उसकी डेड बॉडी मरच्यूरी में उन्हें दिखाई गई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जिस तरह से घटना को लेकर उन्हें जानकारी दी है. पूरा मामला संदिग्ध है. उन्होंने सुसाइड को लेकर एम्स प्रबन्धन पर सवाल खड़े किए हैं. साक्षी की मौत को साजिश बताया और उच्चस्तरीय जांच की मांग की.

बता दें कि साक्षी के पिता सुरेंद्र दुबे प्रकाश और साक्षी की मां ने डिपार्टमेंट के HOD नरेंद्र कुमार बोधे पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. साथ ही उनके परिजनों ने कहा कि HOD नरेंद्र कुमार बोधे उनकी बेटी को लगातार प्रताड़ित कर रहा था. साक्षी की मौत के 3 दिन बाद भी अबतक कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है.

साक्षी सुसाइड केस में इस केस में आमानाका थाने की टीम जांच कर रही है. पुलिस ने छानबीन में छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, लेकिन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. मामले की तह तक जाकर कड़ियां जोड़ी जाएंगी, तभी साक्षी को इंसाफ मिल सकेगा.

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