रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने छत्तीसगढ़ सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कहा कि प्रदेश सरकार शराबबंदी के नाम पर गंभीर नहीं है. अब अध्ययन का विकल्प बताकर अब बहानेबाजी कर रही है. प्रदेश में कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद कांग्रेस मात्र अध्ययन का विकल्प की बात कर रही है, जो न्याय संगत नहीं है. जब भी पूर्ण शराबबंदी की बात होती है तो कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं होती है.

उन्होंने कहा कि जब पूर्ण शराबबंदी का करने का वादा अपने घोषण पत्र में शामिल किया था, लेकिन उस पर अमल नहीं किया है. जब शराबबंदी पर अंतिम फैसला लेना है तो अब कई राज्यों में अध्ययन दल भेजे की बात कही जा रही है, जिसमें सामाजिक और आर्थिक पहलुओं पर चर्चा कर प्रदेश की सरकार केवल मात्र बहानेबाजी कर रही है, जिसका कोई परिणाम नहीं आने वाला है.

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार के पास में शराबबंदी को लेकर उनकी कोई नीति नहीं है. अब केवल कुछ प्रदेशों में अध्ययन के नाम पर दल भेजने का काम ही बच गया है. प्रदेश सरकार शराब को संस्कृति से जोड़कर केवल भ्रामक बातें कर रही है.

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि शराबबंदी के मुद्दे पर जब समूचा विपक्ष मजबूती से आवाज उठा रहा है, तब प्रदेश की सरकार इस पर तथ्यहीन बातें कर सियासत करने में लगी हुई है. शराबबंदी को लेकर उनकी मंशा साफ होती तो पूर्ण शराबबंदी का वादा पूरा कर लिया होता, लेकिन प्रदेश की सरकार कहीं भी शराबबंदी की मुद्दे पर अपनी नीति स्पष्ट नहीं कर नहीं है.

कौशिक ने कहा कि केवल प्रदेश को नशे के कारोबार का प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने में लगे हुए है. जिस तरह से प्रदेश में अवैध शराब और नशे के कारोबार का विस्तार हो रहा है. इसके लिए पूरी तरह से प्रदेश सरकार की नीति जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को तत्काल ही शराबबंदी की दिशा में फैसला लेते हुए छत्तीसगढ़ को पूर्ण शराबबंदी की दिशा में आगे ले जाना चाहिए.

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