बीजापुर. बस्तर में बारसुर के अलावा अन्यत्र स्थानों में भी नाग वंशियों से जुड़े इतिहास के साक्ष्य सहज देखने को मिलते हैं.
बारसूर मार्ग पर नागफनी स्थित नाग देव के मंदिर के अलावा बीजापुर के मुसालूर गांव में भी नाग-नागिन समेत कई शताब्दी पहले की प्रतिमाएं मौजूद है. जिसे गांव के लोग गुबल करीन नाग-नागिन के नाम से पूजते आ रहे हैं. पहली दफा स्थल की सुध लेने पर ग्रामीणों ने खुशी जाहिर की है.

बता दें कि, बस्तर विकास प्राधिकरण की सदस्य नीना रावतीय ने ग्रामीणों की मांग और आस्था को सम्मान देते हुए उन्होंने पक्के देवगुड़ी और आगतन्तुकों के अलावा विभिन्न अनुष्ठानों के लिए शेड निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया. इस मौके पर ग्रामीणों की अन्य मूलभूत जरूरतों को जल्द पूरा करने का भरोसा भी दिया गया. नीना की इस पहल से मुसालूर में पुरातत्व, आस्था के इस केंद्र को शीघ्र ही पहचान मिलेगी.