रायपुर. झीरम कांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट पर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि आयोग के जांच प्रतिवेदन पर कार्रवाई सरकार को ही करनी है तो फिर रिपोर्ट पर राजनीति क्यूं?

उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के लोग कहते थे झीरम की घटना के सबूत जेब में हैं. एनआईए जांच हुई, न्यायिक जांच हुई. सबूत क्यूं नहीं दिया गया. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि अब जब आयोग ने जांच प्रतिवेदन दिया है तब याद आ रहा है, ज़रूर कोई मंशा रही होगी जो पूरी नहीं हुई. इसलिए सवाल उठा रहे.

कौशिक ने ये भी कहा कि केंद्र में यूपीए सरकार थी जब एनआईए जांच घोषित हुई थी, राज्यपाल को रिपोर्ट प्रक्रिया के तहत दी गई. सरकार को इस पर कार्रवाई करनी है.

गृहमंत्री ने कहा था नहीं है कोई रिपोर्ट की जानकारी

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने पत्रकारों से चर्चा में झीरम घाटी कांड रिपोर्ट को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कोई भी रिपोर्ट सरकार को दी जाती है, उसके बाद विधानसभा में पेश किया जाता है. लेकिन यहां तो सरकार को पता ही नहीं. मीडिया से ही रिपोर्ट सौंपने की जानकारी मिली. गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा था कि एक ओर जांच अधूरी होने की बात कहकर समय अवधि बढ़ाने की मांग की गई थी, जिस पर विधि विभाग को पत्र भेजा गया है, वहीं दूसरी ओर रिपोर्ट सौंप दिया गया. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट को लेकर न आयोग ने और न ही गवर्नर ने सरकार को कोई बात की है. प्राप्त पत्र के अनुसार, विधि विभाग जो निर्णय लेगा, वही सर्वमान्य होगा, उसी अनुरूप आगे कार्रवाई होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र न सही तरीक़े से जाँच कर रही है, और न हमको जाँच करने दे रही है.