प्रदीप गुप्ता,कवर्धा। देश भर में कोरोना तबाही मचा रहा है. छत्तीसगढ़ में भी कोरोना चरम पर है. कोरोना संक्रमण को रोकने वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है. अब केंद्र सरकार ने 18 साल के अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए है. लेकिन कवर्धा जिले के बोड़ला ब्लाक के कुकरापानी गांव में वैक्सीन का विरोध हो रहा है.

स्वास्थ्य विभाग की टीम कुकरापानी गांव में वैक्सीन लगाने के लिए जा रही थी. उससे पहले ही ग्रामीणों ने गांव के बाहर स्वास्थ्यकर्मियों को रोक लिया. उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य टीम को गांव में अंदर जाने से रोकने के लिए बाहर बैठे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव में कोरोना बीमारी नहीं है. जिस कारण गांव के सभी लोग कोरोना टीका लगवाने से इंकार कर रहे हैं.

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गांव में एक भी ग्रामीण नहीं मिला है पॉजिटिव

कुकरापानी गांव में ज्यादातर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों का निवास है. जानकारी के अभाव में टीका लगवाने से मना किया जा रहा है. जिला प्रशासन गांवों में टीका को लेकर जागरूक नहीं कर रहे है. एक वजह ये भी है कि इन्हें वैक्सीन के बारे में जानकारी नहीं है. इसलिए टीका लगवाने से घबरा रहे हैं. इस गांव में 70 से 80 परिवार रहते हैं. अभी तक गांव में एक भी ग्रामीण कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है.

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वैक्सीन को लेकर कोई जबरदस्ती नहीं- कलेक्टर

इस संबंध में कलेक्टर रमेश शर्मा ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि यदि गांव में ग्रामीण टीका लगवाने से मना कर रहे हैं, तो हम अपने स्वास्थ्यकर्मियों को वापस बुला लेंगे. अगर वो टाका लगवाते हैं, तो हम स्वागत करते हैं. टीकाकरण को लेकर कोई जबरदस्ती नहीं है.

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