सत्यपाल सिंह,रायपुर। नारायणपुर नक्सली हमले में जवानों के शहीद होने पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि बीच जंगलों के बीच नक्सली हमला होने के कारण जवानों को नहीं बचाया जा सका है, क्योंकि जंगल में हेलीकॉप्टर लैंड नहीं हो सका. नक्सलियों को गोली का जवाब गोली से दिया जा रहा है.

जंगल में लैंडिंग नहीं हुआ हेलीकॉप्टर

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि सुरक्षा बल के दो जवान शहीद हो गए, ये दुखद है. नक्सली वारदात की सूचना मिलते ही 3 बार हेलीकॉप्टर भेजा गया, लेकिन घने जंगल पहाड़ी होने के कारण हेलीकॉप्टर लैंडिंग नहीं हो सका. इसलिए जवानों की जान नहीं बचा पाए.

गोली का जवाब गोली से

गोली का जवाब गोली से देने के सवाल पर गृहमंत्री ने कहा कि नक्सलियों को हर तरीके से जवाब दिया जाएगा. गोली का जवाब गोली से दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नारायणपुर को नक्सली अपना गढ़ मानते हैं, वहां विकास कर उनकी कमर तोड़ी जाएगी.

बड़ा अस्पताल बनाने का प्रस्ताव

इसके साथ ही गृहमंत्री साहू ने कहा कि नक्सली हमले में घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर लाया जाता है. इसलिए जगदलपुर में बड़ा हॉस्पिटल बनाने का प्रस्ताव आया है. सरकार से विचार विमर्श कर आगे क़दम उठाया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- छत्तीसगढ़: तीन अलग-अलग नक्सली घटनाओं में सुरक्षा बल के 2 जवान शहीद, एक घायल, सीएम ने जताया दुख

बता दें कि बुधवार 24 फरवरी को नारायणपुर में तीन अलग-अलग नक्सली घटनाओं में सुरक्षा बल के 2 जवान शहीद हो गए थे. नारायणपुर में आईईडी ब्लास्ट होने और मुठभेड़ होने से इन दोनों जवानों की शहादत हुई थी. जबकि एक जवान घायल है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी नक्सली मुठभेड़ में जवानों की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त कर चुके हैं.