प्रतीक चौहान. रायपुर. राजधानी रायपुर में बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों का इलाज निजी अस्पताल में जारी है. लेकिन ऐसा लगता है कि ये निजी अस्पताल के डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग के नियमों का कोई डर नहीं है, या यू कहे कि ये निजी अस्पताल अब लूट में ऊतर आए है और स्वास्थ्य अधिकारियों का पूरा संरक्षण इन्हें प्राप्त है.

ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले दिनों भाठागांव स्थित निजी अस्पताल लक्ष्मी केयर हॉस्पिटल (Click करें और वो न्यूज भी पढ़े) का एक वीडियो वायरल हुआ था. लेकिन वीडियो में मौजूद पूरे साक्ष्य होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने इस अस्पताल में कोई कार्रवाई नहीं की. अब एक ऐसा ही मामला रायपुर के जलविहार कॉलोनी स्थित स्वास्तिक हॉस्पिटल का सामने आया है. जहां चंद घंटों के लिए वैंटीलेटर का चार्ज 60 हजार रुपए वसूला गया.

महिला मरीज की मौत के बाद अस्पताल में हुई इस लूट का वीडियो मृतिका के भाई और रेलवे के अफसर केवीआर मूर्ति ने बनाकर लल्लूराम डॉट कॉम को उपलब्ध कराया है. जिसमें उन्होंने अस्पताल में हुई पूरी बिलिंग की जानकारी दी है.

इस संबंध में अस्पताल के डॉ विनोद लालवानी को फोन लगाकर उनसे उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने एक बार फोन रिसिव करने के बाद नंबर ब्लॉक कर दिया. वैसे सूत्रों की माने तो ये अस्पताल डॉ मल का बताया जाता है. जिनका संबंध पिछले दिनों हुई राजधानी अस्पताल में आगजनी से भी है.

लल्लूराम डॉट कॉम के खबर बनाने के बाद अस्पताल की तरफ से डॉ सुनील मल ने अपना पक्ष रखा है. उन्होंने उल्टे मृतिका मरीज के भाई पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मरीज को उनका भाई भर्ती करवाने के बाद अपने घर चले गए थे. उन्होंने उल्टे मरीज पर ब्लैकमेल करने की नियत से वीडियो बनाने की बात कही. हालांकि छत्तीसगढ़ शासन के नियमों के मुताबिक बिल मरीज को न दिए जाने पर उनका कहना है कि चूंकि मरीज गंभीर थी इसलिए नर्सिंग चार्ज अलग लिया गया है वहीं डॉक्टर के कंसल्ट चार्ज अलग से लिए जाने पर उनका कहना है कि वो उनके अस्पताल में लिए ही जाते है और वे मरीज को पहले इसकी जानकारी दे देते है. हालांकि बाद में उन्होंने पूरे बिल की जांच करवाने की बात कही है.

सुने ये पूरा वीडियो और समझे कैसे हुई इस अस्पताल में कोरोना के इलाज के नाम पर ‘लूट’