रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन बोधघाट परियोजना मामला गूंजा. पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने मामला उठाते हुए पूछा कि डीपीआर बनाने का काम कब तक पूरा होगा? सर्वे की प्राथमिक रिपोर्ट के सवाल का जवाब नहीं मिलने पर रमन सिंह ने विषय को महत्वपूर्ण बताते हुए अलग से चर्चा कराए जाने की माँग की. इस पर आसंदी ने आधे घंटे की चर्चा स्वीकृत कर विस्तृत चर्चा कराए जाने की अनुमति दी.

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मैंने इसी सदन में कहा था कि इस परियोजना में सरकार की पूरी दलील हायपोथिटिकल है. सरकार ने मेरे सवाल के जवाब में कहा है कि डीपीआर बनाने की समय सीमा निश्चित नहीं है, क्योंकि सरकार ने इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. सरकार बताए कि सर्वे की प्राथमिक रिपोर्ट में क्या-क्या कमियाँ बताई जा रही है. इस पर मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि केंद्र की एजेंसी वाप्कोस लिमिटेड सर्वे का काम कर रही है. 70 फ़ीसदी से ज़्यादा सर्वे हो चुका है.