चंडीगढ़। शनिवार राज्यपाल को औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा सौंपने से कुछ घंटे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh letter to Sonia) ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने इस चिट्ठी में लिखा था कि पिछले पांच महीनों से पार्टी के रवैये को लेकर वो बेहद दुखी थे. साथ ही उन्होंने लिखा कि पार्टी ने बिना किसी खास समझ के पंजाब के राजनीतिक भविष्य पर फैसला ले लिया. बता दें कि इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी ने उनका अपमान किया है.

मेरी व्यक्तिगत पीड़ा….

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अपने पत्र में कांग्रेस की राज्य इकाई में राजनीतिक विकास के परिणामस्वरूप पंजाब में अस्थिरता की अपनी आशंका का संकेत देते हुए लिखा, ‘मेरी व्यक्तिगत पीड़ा के बावजूद, मुझे आशा है कि इससे राज्य में कड़ी मेहनत से अर्जित शांति और विकास को कोई नुकसान नहीं होगा, और पिछले कुछ वर्षों के दौरान मैं जिन प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं, वे निरंतर जारी रहेंगे, सभी को न्याय सुनिश्चित करेंगे.’

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कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर अपना व्यक्तिगत संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वो खुश हैं कि राज्य पूरी तरह से शांतिपूर्ण है, और किसी के प्रति कोई दुर्भावना के बिना पूर्ण सांप्रदायिक सद्भाव है.

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उन्होंने लिखा, ‘पंजाब के लोग कांग्रेस को उसकी परिपक्व और प्रभावी सार्वजनिक नीतियों के लिए देख रहे हैं, जो न केवल अच्छी राजनीति को दर्शाती है , लेकिन आम आदमी की चिंताओं को भी संबोधित करें जो इस सीमावर्ती राज्य के लिए जरूरी हैं.’

अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उन्होंने पंजाब के लोगों के कल्याण के लिए पूरे दिल से काम किया है. उन्होंने लिखा ‘ये मेरे लिए बेहद संतोषजनक था क्योंकि न केवल मैंने कानून का शासन स्थापित किया, और पारदर्शी शासन सुनिश्चित किया, बल्कि राजनीतिक मामलों के प्रबंधन में भी नैतिक आचरण बनाए रखा. 2019 में संसद चुनावों में 13 में से 8 सीटें जीती.’