Terrorists Attack in Manipur: रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष के बड़े बेटे सेना में कर्नल विप्लव, बहू अनुजा, 5 साल के पोता अबीर पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया. इस हमले में कर्नल विप्लव सहित उनका पूरा परिवार शहीद हो गया है. यह घटना आज लगभग 11:30 बजे मणिपुर में हुई है. इस हमले में 4 जवान भी शहीद हुए हैं, जबकि कई जवान जख्मी हो गए हैं.

जानकारी के मुताबिक कर्नल विप्लव मणिपुर के कूगा में पोस्टेड थे. रोजाना की भांति चेक पोस्ट का निरीक्षण करने के लिए यह आज भी अपने तीन गाड़ियों के काफिले के साथ निकले हुए थे, लेकिन आज उनके साथ उनका परिवार भी मौजूद था. जब कर्नल चेक पोस्ट का निरीक्षण कर वापस लौट रहे थे, उस बीच माओवादी ने घात लगाकर हमला कर दिया.

कर्नल की गाड़ियों के काफिले में पहली गाड़ी ब्लास्ट से उड़ गई, जबकि बीच की गाड़ी में स्वयं कर्नल और उनका परिवार था. ऐसे में ब्लास्ट के बाद दोनों बची हुई गाड़ियों पर माओवादियों ने मोर्टार और गोलियों की बौछार शुरू कर दी. इस हमले में घटनास्थल पर ही कर्नल विप्लव और उनकी पत्नी शहीद हो गए, जबकि पोता गंभीर रूप से घायल था, लेकिन इलाज के दौरान यह भी शहीद हो गया.

वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी का छोटा बेटा भी अपने बड़े भाई की तरह सेना में ऑफिसर हैं. मणिपुर में ही पदस्थ हैं. वह 1 दिन पहले ही रायगढ़ पहुंचा हुआ था. घटना की सूचना मिलने पर वह तुरंत मणिपुर के लिए रवाना हो गए हैं. कर्नल विप्लव और उनके शहीद हुए परिवार के पार्थिव शरीर को सेना के विशेष विमान द्वारा कल रायगढ़ लाया जाएगा.

 इस घटना की खबर लगते ही रायगढ़ के हंडी चौक स्थित वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के मकान में रायगढ़ के समूचे पत्रकारों के अलावा शहर के संभ्रांत जनों का तांता लग गया है.

राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस घटना को कायरता की प्रतीक बताया और इसकी निंदा की है. हालांकि, इस हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है.

बता दें कि मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का गठन 1978 में किया गया था. इसे भारत सरकार ने आतंकी संगठन घोषित किया है. मणिपुर में यह संगठन भारतीय सुरक्षाबलों पर पहले भी हमले करता रहा है. यह आतंकी संगठन स्वतंत्र मणिपुर की मांग करता रहा है. इसका संगठन का गठन बिश्वेसर सिंह ने किया था.

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