रायपुर। चैंबर ऑफ कॉमर्स चुनाव में विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. व्यापारी विकास पैनल ने चैंबर के फंड का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है और इसे लेकर उन्होंने चुनाव अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा है.

व्यापारी विकास पैनल के चुनाव संचालकों ने एकता पैनल के कुछ प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त करने की भी मांग की है. वहीं प्रगति पैनल और एकता पैनल के प्रत्याशियों ने घर-घर जाकर वोट मांगना शुरू कर दिया है.

प्रदेशभर में छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कामर्स के 14 हजार कारोबारी सदस्यों के बीच होने वाले व्यापारियों के सबसे बड़े चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गए हैं. विकास पैनल के चुनाव संचालक गुरजीत सिंह सिंधु के साथ एक प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव अधिकारी शिवराज भंसाली से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि चैंबर के फंड से 8 अक्टूबर को विज्ञापन जारी किया गया था, जबकि इसका किसी अन्य मद में उपयोग नहीं किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि इनमें से कई पदाधिकारी एकता पैनल से चुनाव लड़ रहे हैं, लिहाजा उनका नामांकन रद्द हो.

इधर व्यापारी प्रति पैनल के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अमर गिदवानी ने अपने पैनल के प्रत्याशियों के साथ कल गोदड़ी वाले बाबा धाम जाकर आशीर्वाद लिया. उन्होंने जैन युवा मंडल के पदाधिकारियों से मुलाकात कर उनसे समर्थन मांगा. गिदवानी के समर्थन में सिंधी पंचायत सिविल लाइन मंडल की बैठक भी हुई.

इधर एकता पैनल के महासचिव प्रत्याशी लालचंद गुलवानी और कोषाध्यक्ष प्रत्याशी प्रकाश अग्रवाल की उम्मीदवारी पर पैनल में ही असंतोष है. बता दें कि प्रकाश पूर्व अध्यक्ष पूरनलाल अग्रवाल के बेटे हैं. इनके मुकाबले अपेक्षा विकास पैनल के संजय कानूगा और सुमित मुंदडा़ का प्रचार जोरों से चल रहा है. वहीं कोषाध्यक्ष पद के लिए बलराम आहूजा के पक्ष में एकता पैनल के असंतुष्ट लोग भी काम कर रहे हैं.