हेमंत शर्मा,इंदौर। मध्यप्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज ने आज बड़ी सौगात दी है. इंदौर के 5 स्कूलों सहित प्रदेश के 69 सीएम राइज स्कूल की नींव रखी है. सीएम शिवराज ने सीएम राइज के लिए चयनित स्कूलों के नवीन भवनों का भूमि पूजन किया है. स्कूलें 2519 करोड़ रूपये की लागत से बनी हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं भी बचपन में सरकारी स्कूल में पढ़ा, वहा टाटपट्टी नहीं होती थी, घर से बोरे लेकर जाते थे. उस पर बैठ कर पढ़ते थे.

5 सीएम राइस स्कूल इंदौर, महू और सांवेर विधानसभा में बनाए जाएंगे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसी दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मोटिवेशनल स्पीकर की भूमिका में नज़र आए. मुख्यमंत्री ने बच्चों से जीवन में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया और कहा कि बचपन में स्वामी विवेकानंद की शिक्षा ने उनके जीवन को एक नई दिशा दी. स्वामी विवेकानंद ने कहा मानव शरीर सिर्फ़ हाड़ मांस का पुतला ही नहीं है. ईश्वर ने हमें असीम शक्तियां और सामर्थ्य दिया है. कड़े परिश्रम से जीवन में नई ऊंचाइयां हासिल करें.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोविड काल में जब अस्पताल में भर्ती था, तब मुझे ध्यान आया कि शिक्षा के क्षेत्र में कोई कार्य करना चाहिए. इसके बाद स्कूली शिक्षा मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक कर प्लान तैयार किया था. मैं भी सरकारी स्कूल से पढ़ा हूं और बचपन में जब हम स्कूल जाते थे, तो हमारे स्कूल में टाटपट्टी भी नहीं हुआ करती थी. घर से टाट ले जाकर उस पर बैठकर पढ़ाई करते थे. तब विचार आता था कि सरकारी स्कूलों की स्थिति और सुधारना चाहिए.

इसके साथ ही कांग्रेस पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब हम पढ़ते थे तब दूसरी पार्टी की सरकार थी. उस समय शिक्षकों को 500 रूपए प्रति माह मिलता था. एक बार जब मैंने बच्चों से पूछा गंगाजी कहां से बहती है, तो बच्चों ने जवाब दिया विंध्याचल से बहती है. इसके बाद टीचर से पूछा तो टीचर ने कहा कि 500 रूपए में गंगा विंध्याचल से ही तो बहेगी.

इसके साथ ही सीएम राइज स्कूलों को प्राइवेट स्कूल से और बेहतर बनाने की बात की कही है. स्कूल में विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई के साथ खेलकूद सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भी टीचरों की व्यवस्था की गई है, जो बच्चा खेल में जाना चाहता है, उसे खेल में भेजा जाएगा. जो बच्चा सांस्कृतिक कार्यक्रम में जाना चाहता है, उसे सांस्कृतिक कार्यक्रम में भेजा जाएगा.

पालको से भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आग्रह किया है कि बच्चों को सिर्फ पढ़ाई और पढ़ाई में ना धकेल उन्हें खेलने कूदने के लिए भी समय दें. ताकि बच्चे का भविष्य उज्जवल हो सके. इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई तो हिंदी में शुरू कर दी गई है. अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिंदी में कराई जाएगी.

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बता दें कि 30 से 40 करोड़ में एक सीएम राइज स्कूल तैयार होगा. इन भवनों के लिए कुल 2519 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. प्राइवेट स्कूलों की तरह सीएम राइज स्कूलों में सुविधा देने की कोशिश की जाएगी. जिला मुख्यालय स्तर पर भी कार्यक्रम होगा.

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