मोसिम ताड़वी,बुरहानपुर। मध्यप्रदेश में एक बार फिर लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का बड़ा असर देखने को मिला है. मप्र-महाराष्ट्र की सीमा बुरहानपुर जिले के चेक पोस्ट पर ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली की जा रही थी. इस खबर को प्रकाशित करने के बाद कलेक्टर प्रवीण सिंह ने संज्ञान लिया है. इस पूरे मामले की जांच होगी और तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.

चेक पोस्टो पर ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली मामले में कलेक्टर प्रवीण सिंह का कहना है कि मीडिया के माध्यम से शिकायत मिली है. दो सदस्यी टीम दल प्रशासनिक अफसर और आरटीओ पूरे मामले की जांच करेंगे. कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कहा कि जांच टीम तीनों चेक पोस्टों के संचालन के सबंध में और ट्रक ड्राइवरों की शिकायत को लेकर लिखित रिपोर्ट की जाएगी. तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी.

पड़ताल VIDEO: मप्र-महाराष्ट्र की सीमा बुरहानपुर के चेक पोस्ट पर ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली, दस्तावेज पूरे फिर भी कर्मचारी करते हैं गुंडागर्दी

दरअसल बुरहानपुर के भोटा चेक पोस्ट, लोनी चेक पोस्ट पर ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली और अभद्रता की जाती है. भोटा चेक पोस्ट पर अधिकारी नदारत रहते हैं. कर्मचारी ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली करते हैं. इंदौर इच्छापुर नेशनल हाइवे के भोटा फाटे के चेक पोस्ट पर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और मप्र की सीमा में प्रवेश करने वाले ट्रक चालकों से अवैध वसूली की जा रही है.

https://www.youtube.com/watch?v=3TPtU5EPOck

ट्रकों के अंडर लोड होने और सभी दस्तावेज पूरे होने के बाद भी चालकों को 200 रुपये से लेकर 2 हजार रुपये तक का चढ़ावा चढ़ाना पड़ रहा है. मांग पूरी नहीं करने वाले ट्रकों को घंटों खड़ा रखा जाता है. जिसके चलते मजबूरी में चालक चेकपोस्ट कर्मचारियों की अवैध मांग को पूरा कर रहे हैं. चेकपोस्ट पर तैनात गैर सरकारी कर्मचारियों पर कुछ ट्रक चालकों ने गुंडागर्दी और मारपीट तक का आरोप लगाया था.

बता दें कि बुरहानपुर जिले की सीमा के साथ ही मप्र की सीमा भी समाप्त होती है. बुरहानपुर में महाराष्ट्र सीमा पर तीन चेकपोस्ट स्थापित हैं. सभी जगह अनाधिकृत रुप से स्थानीय कर्मचारी तैनात हैं. चेकपोस्ट पर तैनात ये कर्मचारी ट्रक चालकों को परिवहन विभाग के कार्यालय भवन की एक छोटी सी खिड़की के पास भेजते हैं. जहां तय राशि जमा कराने के बाद अंदर बैठा कर्मचारी एक कूपन देता है. यह कूपन ही ट्रक के चेकपोस्ट से बाहर निकलने का चाभी होता है. कूपन नहीं दिखाने पर संबंधित ट्रक को वहीं रोक कर रखा जाता है. इच्छापुर चेकपोस्ट के कर्मचारियों से जब पूछा गया कि चेकपोस्ट प्रभारी निरीक्षक केपी अग्निहोत्री कब आते हैं, तो उनका कहना था कि वे माह में एक या दो बार ही यहां आते हैं. लगभग यही स्थित रावेर मार्ग के बार्डर चेकपोस्ट पर देखने मिली थी.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus