पुरषोत्तम पात्र गरियाबंद. जिले के युवा नेता नीरज ठाकुर का आज उनके गृह ग्राम अमलीपदर में अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम यात्रा में शामिल होने हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. बता दें कि 28 मार्च को ब्रेन हेम्ब्रेज के बाद यूँका नेता नीरज ठाकुर का इलाज राजधानी के निजी अस्पताल में चल रहा था, 3अप्रैल को उनका निधन हो गया.

47 साल के नीजर का आज उनके गृह ग्राम अमलीपदर में अंतिम संस्कार किया गया.4 साल के सुपुत्र नीरव ने जब मुखाग्नि दी तो वहां मौजूद हर किसी की आंखों से आंसू छलक उठे.नीरज ठाकुर के निवास ग्राम धूरुवागुड़ी के लोगों ने आज साप्ताहिक बाजार बंद कर उन्हें श्रध्दांजली दी है,वही गोहरापदर, अमलीपदर के अलावा उनके प्रथम निर्वाचन क्षेत्र गूरूजीभाटा में व्यापारिक प्रतिष्ठान बन्द कर लोगो ने अपने नेता को श्रधांजलीं अर्पित की है.

90 के दशक में नीरज अमलीपदर हायरसेकंडरी के छात्र थे,इलाके की समस्या से जूझना उसी समय से शुरू कर दिया था,समस्या को लेकर तत्कालीन सांसद पवन दीवान के दौरे का कड़ा विरोध किया था,कड़वे बोल के चलते पवन दीवान ने उन्हें तमाचा भी जड़ दिया था,लेकिन नीरज ने पूरे काफिले को दौड़ाया था,तब से वे सुर्खियों में आ गए.

1995 के बाद उन्हें यूथ कांग्रेस की कई जिम्मेदारियां दी गईं,तब से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ था.

2004 में नीरज ने पहली बार मैनपुर जनपद का चुनाव लड़ा,भारी मतों से जीत के बाद मैनपुर जनपद उपाध्यक्ष बने. 2015 में जिला पंचायत गरियबन्द का चुनाव लड़ कर जिला पंचायत में निर्माण संचार व संपर्क विभाग के सभापति बन गए. राजनीति के हर दाव पेंच में बांजी मारने वाले नीरज आखिरकार 3 अप्रैल को मौत की बाजी हार गए.