रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया और छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के दो लोकसभा सदस्य डॉ ज्योत्स्ना चरणदास महंत और दीपक बैच के साथ-साथ राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा फूलो देवी नेताम और केटीएस तुलसी के द्वारा की गई पहल के परिणाम स्वरूप विशेष ट्रेन चलाई जाने का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि देश में सबसे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष प्रवासी मजदूरों और देश के विभिन्न भागों में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्रों और अन्य लोगों की वापसी के लिए विशेष ट्रेन की मांग उठाई थी. एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने इस बात को आगे बढ़ाया और स्वयं होकर प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा और ट्वीट भी किया.

छत्तीसगढ़ के दोनों लोकसभा सदस्य डॉक्टर ज्योत्सना चरण दास महंत कोरबा और दीपक बैज बस्तर के साथ-साथ तीनों राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा फूलो देवी नेताम और केटीएस तुलसी ने भी प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूरों छात्रों और बाहर फंसे लोगों के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की मांग को लेकर पत्र लिखा. छत्तीसगढ़ से मांग उठने पर बाकी प्रदेशों ने भी इसका अनुसरण किया और अनेक राज्यों से इस आशय की मांग की गई.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि विशेष ट्रेन की मांग देश में सबसे पहले हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमारे प्रभारी पी एल पुनिया और हमारे पांचों सांसदों ने की. केंद्र सरकार को बाध्य होकर विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लेना पड़ा जो कि जनहित में है और जिसकी मांग छत्तीसगढ़ ने और कांग्रेस पार्टी ने देश में सबसे पहले की.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि यह बड़े दुख का विषय है कि छोटी-छोटी बातों पर नुक्ताचीनी करते हुए रोज बयानबाजी करने वाले भाजपा के 9 लोकसभा सदस्य और राज्यसभा सदस्य इस जनहित से जुड़ी मांग पर चुप्पी साधे रहे. जबकि भाजपा के लोकसभा सदस्य छत्तीसगढ़ के मतदाताओं के वोटों से ही जीतकर ही लोकसभा के सदस्य बने हैं. लेकिन चुनाव जीतते ही भाजपा के सांसद मदांध हो गए हैं. करोना महामारी के लिए छत्तीसगढ़ के गरीबों मजदूरों छात्रों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयत्नों में कोई सहयोग देना भाजपा के सांसदों ने जरूरी नहीं समझा.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के किसान के धान का दाम 2500 रुपए देने और छत्तीसगढ़ के हित के अन्य मांगों की तरह ही इस बार भी भाजपा के लोकसभा सदस्यों ने अपने मतदाताओं से छत्तीसगढ़ की जनता से हितों के खिलाफ काम किया और मोदी जी के डर से चुप्पी साधे रहे. भाजपा सांसदों द्वारा लगातार छत्तीसगढ़ के हित से जुड़े विषयों और मांगों पर चुप्पी साधने को छत्तीसगढ़ के मतदाता लगातार देख रहे हैं और समय आने पर इसका सही प्रतिफल इन सांसदों को देंगे.