रायपुर/जयपुर। मध्यप्रदेश के बाद अब एक और कांग्रेस शासित राज्य में सरकार गिराने की ख़बर से सियासी हड़कंप मच गया है. ये ख़बर राजस्थान से आई है. बताया जा रहा है कि यहाँ अशोक गहलोत की सरकार खतरे में है. गहलोत को मुख्यमंत्री से हटाने एक नया गठजोड़ तैयार हो रहा है ! मतलब ये है कि कांग्रेस की सरकार गिराकर एक नई सरकार बनाई जाए ? इस साजिश का खुलासा एक कॉल रिकॉर्डिंग के सामने आने से हुई है !

राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक अशोक गहलोत सरकार को गिराने की एक साशिज रची गई है. इस साजिश का खुलासा एक मोबाइल रिकॉर्डिंग से हुई. दावा है कि इस रिकॉर्डिंग में अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश हो रही है. इस पूरे मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने मुकदमा दर्ज किया है.

एफआईआर के अनुसार, ऐसी बात की जा रही है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री में झगड़ा चल रहा है. ऐसी स्थिति में सत्तापक्ष कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों को तोड़कर सरकार गिराई जाए. एफआईआर के अनुसार, सूत्र से यह भी जानकारी में आया है कि कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया को एक भाजपा नेता द्वारा धन का प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने का प्रयास किया जा रहा है. कांग्रेस विधायक महेंद्र सिंह मालवीय के संबंध में भी बात करते हैं कि पहले वह उपमुख्यमंत्री के पाले में थे, अब उन्होंने पाला बदल लिया है. कांग्रेस विधायकों और निर्दलीय विधायकों को 20 से 25 करोड़ रुपये देने के प्रलोभन की भी जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई है.

फाइल फोटो

ऊपर के नंबरों की बात में यह भी सामने आया है कि वर्तमान सरकार को गिरा कर नया मुख्यमंत्री बनाया जाए लेकिन भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री हमारा होगा और उपमुख्यमंत्री को केंद्र में मंत्री बना दिया जाएगा. लेकिन उपमुख्यमंत्री का कहना है कि मुख्यमंत्री वही बनेंगे.

इन बातों में जिक्र आया है कि राज्यसभा चुनाव से पहले सभी विधायकों को इकट्ठा किए जाने पर वार्ता करते हैं कि 25- 25 करोड़ वाला मामला अब टांय टांय फिस्स हो गया है. बातचीत में यह भी पता चला है कि राज्यसभा चुनाव से पहले ही राजस्थान सरकार को गिराने की पूरी तैयारी की गई थी. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के दिल्ली दौरे के संबंध में बात करते हैं कि बड़े-बड़े राजनीतिक फैसले दिल्ली में हो रहे हैं और 30 जून के बाद घटनाक्रम तेजी से बढ़ेगा.

बातचीत में यह भी सामने आया है कि इस वर्तमान सरकार को गिरा कर नई सरकार का गठन करवा कर ये लोग 1000 से 2000 करोड़ रुपये कमा सकते हैं. यह भी कहते हैं कि यह तभी होगा जब इनके हिसाब से मुख्यमंत्री बनेगा. मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में कहा गया है कि विस्तार करेंगे तो चार मंत्री आएंगे और 6 नाराज होंगे.

फिर उपमुख्यमंत्री के ग्रह नक्षत्रों की भी बात करते हैं कि 30 जून के बाद इनके ग्रहों में तेजी आएगी और 5-10 दिन में शपथ ले लेंगे. दो तीन विधायकों और खास कर निर्दलीय विधायकों के पास पैसे लेकर उनसे संपर्क साधने की सूचना सूत्रों से प्राप्त हुई है. एफआईआर के अनुसार कहा गया है कि वर्तमान सरकार को गिराने की योजना में काफी लोग सम्मिलित हैं और इससे धन कमाने की योजना है.