आशुतोष तिवारी, रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक आरक्षक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खटखरी चौकी में पदस्थ आरक्षक वरुण तिवारी का आज अपने मकान के भीतर ही फांसी के फंदे से लटकता हुआ शव बरामद हुआ है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस सहित एफएसएल की टीम पहुंचकर घटना की जांच में जुट गई. वहीं घटना की जानकारी लगते ही मृतक आरक्षक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए. परिजनों ने पुलिस अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

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बच्ची के बिमार होने पर नहीं मिली थी छुट्टी

बता दें कि आरक्षक वरुण तिवारी किराए के मकान में रहता था. परिजनों का कहना है कि आरक्षक वरुण तिवारी पर घर से किसी भी तरह का दबाव नहीं था. उस पर विभाग का काफी दबाव था. विभाग के ही अधिकारियों द्वारा उसे काफी टार्चर किया गया. हाल में उसकी बच्ची के बीमार होने के कारण उसने छुट्टी की मांगी थी, लेकिन उसे छुट्टी नहीं दी गई.

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लॉकडाउन के समय किया गया था ट्रांसफर

मृतक आरक्षक के चाचा ने बताया की जब तक वह रीवा स्थित चोरहटा थाना में पदस्थ था, तब तक उसे किसी भी तरह की कोई समस्या नही थी. लेकिन खटखरी चौकी में ट्रांसफर हुआ, तब से उसे विभाग के अधिकारी परेशान करने लगे. जानकारी के मुताबिक आरक्षक का ट्रांसफर लॉकडाउन के दौरान किया गया था. जहां वह किराए के मकान में रहता था. वहां उसने अपने दोस्तों से भी विभाग के द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात बताई थी.

अधिकारी बना रहे थे दबाव

बताया जा रहा है कि 2 महीने पहले ही आरक्षक वरुण तिवारी का रीवा के चोरहटा थाने से शाहपुर चौकी के लिए स्थानांतरण किया गया था. जिसके बाद अधिकारी काम को लेकर आरक्षक पर दबाव बना रहे थे. जिसके दबाव में आकर आरक्षक ने खुदकुशी कर ली. वहीं पुलिस की माने तो दोपहर तकरीबन दोपहर 1 बजे तक पुलिस जवान वरुण तिवारी चौकी क्षेत्र में भ्रमण कर रहा था, और अचानक ही उसने आत्महत्या कर ली. जिसकी जांच की जा रही है.

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