पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द। गरियाबन्द के तेलनदी सेनमुड़ा घाट पर 10 करोड़ 36 लाख से बन रहे पुल का काम 5 साल में भी पूरा नहीं हो पाया है. काम की धीमी गति की वजह से परेशानी उठा रहे नदी पार बसने वाले पांच पँचायत के ग्रामीणों ने नदी तट पर एकत्रित होकर प्रसाशन को जगाने सद्बुद्धि यज्ञ किया है.

बता दें कि 2017 में स्वीकृत पुल में 14 पिल्हर 325 मीटर लंबे स्लैब ढालना था, लेकिन बीते बरसात तक पुल का केवल 20 फीसदी ही काम हो सका था. लोगों को उम्मीद थी कि बरसात के बाद काम शुरू होगा तो आने वाले साल तक काम पूरा हो जाएगा, लेकिन इस बार काम शुरू नहीं हुआ, उल्टे ठेका कम्पनी अपनी सारी मशीनरी साइड से समेट लिया है.

तेल नदी के पाए 6 पंचायत के 16 गांव में 30 हजार लोग रहते हैं, जिन्हें ब्लॉक मुख्यालय देवभोग आना हो या फिर स्कूल-कॉलेज या हॉस्पिटल, इसी घाट से होकर तेल नदी को पार करना होता है. बारिश के सीजन भर ग्रामीणों को नदी के चलते आवाजाही की समस्या झेलना होता है.

2019 में प्रभावित गांव के लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया था. पुल इस बार नहीं बना तो अब 2023 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दिया है. मामले में प्रधानमंत्री सड़क योजना विभाग के अफसरों ने एक सप्ताह के भीतर काम शुरू कराने का दावा किया है.

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