शब्बीर अहमद, भोपाल। सियासी गलियारों में तहलका मचाने वाले फर्जी नोटशीट मामले में क्राइम ब्रांच में क्राइम ब्रांच ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच ने बीजेपी विधायक रामपाल सिंह के यहां काम करने वाला कुक और एक अन्य विधायक के यहां काम करने वाला नौकर आरोपी बनाया गया है.

जानकारी मुताबिक ये नौकर स्टाम्प चुराकर कुक के साथ मिलकर नकली नोटशीट की कॉपी बनवाता था. ये आरोपी दो कम्प्यूटर ऑपरेटर से नकली नोटशीट बनवाते थे. दोनों कम्प्यूटर ऑपरेटर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके अलावा स्टाम्प को सीएमओ डिस्पैच करने वाला भी आरोपी गिरफ्तार हो गया है. क्राइम ब्रांच की कार्रवाई में गिरफ्तार 5 आरोपियों के तीन खांतों में 79 हजार रुपए की ट्रासेक्शन जानकारी सामने आई है.

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भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर समेत 3 सांसदों और विधायक की अनुशंसा की ट्रांसफर की फर्जी नोटशीट सीएम हाउस तक पहुंच गई. संदेह होने पर संबंधित सांसदों और विधायक से बात की गई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद CM हाउस से भोपाल क्राइम ब्रांच को शिकायत की गई.

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सीएम हाउस में फर्जी नोटशीट भेजकर प्रदेश के कई कर्मचारियों के ट्रांसफर की सिफारिश की गई थी. इसमें भोपाल सांसद प्रज्ञा, राजगढ़ सांसद रोडमल नागर, देवास सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी और रायसेन जिले के सिलवानी विधायक रामपाल सिंह के नाम की फर्जी नोटशील सीएम हाउस पहुंची थी. नोटशीट में की नायाब तहसीलदार, 27 शिक्षकों और एक स्टाफ नर्स के ट्रांसफर की सिफारिश की गई थी. सीएमओ की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए मामले में खुलासा किया है.

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