नई दिल्ली। दिल्ली डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (DDC) और वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (WRI) की ओर से ‘दिल्ली में कॉरपोरेट्स के लिए वर्कप्लेस इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग गाइडबुक’ लॉन्च की जाएगी. इस गाइडबुक का मकसद नौकरी देने वालों को यात्रा के लिए कार्यस्थल पर इलेक्ट्रिक वाहन की (ईवी) चार्जिंग में मदद करना है. डीडीसी दिल्ली के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह, WRI इंडिया के सीईओ डॉ ओपी अग्रवाल, WRI इंडिया के कार्यकारी निदेशक अमित भट्ट सहित उद्योग जगत के जाने-माने लोगों की मौजूदगी में गाइडबुक 29 नवंबर को दोपहर 12 बजे लॉन्च की जाएगी. उद्योग जगत के वरिष्ठ लोग दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ाने में कॉरपोरेट्स की भूमिका और कार्यस्थलों पर ईवी चार्जिंग प्वाइंट बनाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.

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केजरीवाल सरकार ने शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद को बढ़ावा देने और दिल्ली को भारत की ईवी राजधानी बनाने के दृष्टिकोण के साथ अगस्त 2020 में दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन नीति की घोषणा की. इस नीति का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार करना है. 2024 तक सभी नए वाहन पंजीकरण में इलेक्ट्रिक वाहनों की 25 फीसदी हिस्सेदारी के लक्ष्य तक पहुंचना है. इस लक्ष्य की दिशा में केजरीवाल सरकार ने कई कदम उठाए हैं. इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदी पर सब्सिडी की सुविधा शुरू की है. शहर में निजी और अर्ध-सार्वजनिक स्थानों पर ईवी चार्जिंग पॉइंट बनाने के लिए सिंगल-विंडो की सुविधा भी शुरू की गई है.

मैंने ठान लिया है, जो सुविधाएं सरकार से मंत्रियों को मिलती हैं, वह देश की जनता को दिलवाकर रहूंगा- अरविंद केजरीवाल

DDC के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के दिल्ली को भारत की ईवी राजधानी बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं. रिसर्च से पता चलता है कि 90 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन घर या कार्यस्थल पर चार्ज किए जाते हैं. दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों की कार्यस्थल चार्जिंग के लिए चरणबद्ध गाइड बुक जारी करने वाली पहली राज्य सरकार बन जाएगी. डब्ल्यूआरआई इंडिया के कार्यकारी निदेशक अमित भट्ट ने कहा कि भविष्य में कार्यस्थल पर चार्जिंग एक जरूरत बन जाएगी. कर्मचारी चार्जिंग के विकल्प की उम्मीद करेंगे. कार्यस्थल पर चार्जिंग रेंज की चिंता को कम करने में मदद कर सकती है. उन कर्मचारियों को चार्जिंग की सुविधा प्रदान कर सकती है, जिनके पास आवासीय चार्जिंग की सुविधा नहीं है. इसके अलावा यह इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद को अधिक से अधिक बढ़ाने और दिल्ली की हवा को बेहतर बनाने में मदद करेगी.