रायपुर। बस्तर के तर्ज पर प्रदेश के सभी ट्राइबल ब्लॉक में गरीबों को 5 रुपये किलो में चना वितरण करने की भूपेश सरकार ने योजना बनाई, ताकि लोगों को अच्छा सेहत मिल सके, लेकिन करप्शन के चक्कर में घटिया चना भंडारण किया गया. छग सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड ने गरियाबंद जिले समेत कई जिलों में घटिया चने का भंडारण किया. इस खबर को LALLURAM.COM ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसपर राजिम से कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने विधानसभा सत्र के बीच घटिया क्वालिटी के चने का मुद्दा उठाया. मंत्री अमरजीत भगत ने दस्तावेज मांगे और जांच कर कार्रवाई करने की बात कही.

इस दौरान कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने गरियाबंद जिले में पौष्टिक आहार योजना के तहत चना वितरण के संदर्भ में जानकारी मांगी. 10 फरवरी 2023 तक पौष्टिक आहार योजना के तहत कब कब और कितनी मात्रा में चना वितरण के लिए प्राप्त हुए. गरियाबंद में वितरण के लिए दिए गए चने की गुणवत्ताहीन होने की शिकायत प्राप्त हुई है. इस पर क्या कार्रवाई हुई.

मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा प्रदायकर्ता एजेंसी से चना की प्राप्ति पीडीएस प्रदाय केंद्रवार की जाती है. चना गुणवत्ताविहीन होने की सूचना मिली थी. चना की गुणवत्ता जांच करने पर गुणवत्ता हीन चना को रिजेक्ट किया गया, जिसे सप्लायर द्वारा वापस लिया गया.

विधायक अमितेश शुक्ल ने कहा कि वितरण के लिए 2011 के नियमों का पालन किया गया था क्या. इस पर मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि भंडारण से पूर्व किसी भी सामग्री की गुणवत्ता की जांच की जाती है, उसके बाद भंडारण की जाती है.

विधायक अमितेश शुक्ल ने सप्लायर के पैकेजिंग में घपला का आरोप लगाया, जिस चने को गरियाबंद में फेल किया गया था, उसे देवभोग में क्यों पास किया गया. इसकी जांच हो. इस पर मंत्री अमरजीत भगत ने LALLURAM.COM ने खबर प्रकाशित किया था, जिसके बाद जांच कराई गई, जो अमानक पाया गया, उसे रिजेक्ट कर वापस कर दिया गया. साथ ही कहा कि अगर कोई शिकायत है, उस पर जांच कराई जाएगी.

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि गरियाबंद में जो फर्म है, उस पर कभी कार्रवाई हुई है क्या. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि दो शिकायत हमारे तक आई थी, दूसरे शिकायत की जांच हुई, जो अमानक पाया गया, उसे रिजेक्ट कर वापस कर दिया गया. एक जगह रिजेक्ट कर दिया गया तो दूसरे जगह कैसे मान्य होगा.

विधायक अमितेश शुक्ल ने कहा कि एक स्थान से हटाने के बाद उसी फर्म को बलौदा बाजार में पुनः ऑर्डर दिया गया, क्यों ?. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि गुणवत्ताविहीन होने पर हम रिजेक्ट करते हैं. गुणवत्ता युक्त सामान लाने पर ही उसे लिया जाता है.

विधायक अमितेश शुक्ल ने कहा कि जांच समिति बनाकर जांच कर कार्रवाई की जाए. वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि जिस कंपनी से सप्लाई हुई, क्या वह कंपनी कभी ब्लैक लिस्टेड हुई क्या. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि कंपनी को 3 वर्ष पहले ब्लैक लिस्टेड किया गया था, जिसकी समय सीमा 2019 को समाप्त हो गई थी. आगे और जांच की जाएगी.

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