नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस का क्रूर चेहरा सामने आया है. पुलिसकर्मियों की शर्मनाक हरकत ने विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है. ये पूरी कहानी पूर्वी दिल्ली के शाहदरा इलाके की है. जहां दिल्ली पुलिस के तीन कर्मियों सहित सात लोगों ने कथित तौर पर दो मांस विक्रेताओं की पिटाई की. घटना 7 मार्च को आनंद विहार इलाके में हुई, जब दोनों व्यक्ति अपनी कार में यात्रा कर रहे थे. उनकी कार एक स्कूटी से टकरा गई.

तीन पुलिसकर्मी निलंबित

पुलिस के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर ‘गौ रक्षकों’ की मिलीभगत से पीड़ितों के चेहरे पर पेशाब किया, फिर उन्हें जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में चार दिन बाद मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, पीड़िता ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल सभी सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. एक सहायक उप निरीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

कार स्कूटी से टकरा गई

प्राथमिकी के अनुसार, गाजीपुर बूचड़खाने में मांस आपूर्तिकर्ता नवाब अपने चचेरे भाई शोएब के साथ अपनी कार में मांस ले जा रहा था. वह मुस्तफाबाद स्थित अपने घर जा रहा था, लेकिन आनंद विहार के पास उसकी कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी. स्कूटी सवार ने उससे 4 हजार रुपए मुआवजे की मांग की, तभी एक पीसीआर वैन वहां पहुंची और एक पुलिसकर्मी ने मीट सप्लायर्स से 2500 रुपये लेकर स्कूटी सवार को दे दिए.

पिटाई और चेहरे पर किया पेशाब

प्राथमिकी में कहा गया है कि इसके बाद पुलिसकर्मी ने मांस आपूर्तिकर्ताओं से 15,000 रुपये की मांग की और भुगतान नहीं करने पर उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाने की धमकी दी. पीड़ितों का आरोप है कि पीसीआर वैन में सवार पुलिसकर्मियों ने चार अन्य लोगों को बुलाया और सुनसान जगह पर ले गए.

प्राथमिकी में नवाब के हवाले से कहा गया है कि आरोपियों ने उसे और उसके चचेरे भाई को बांध कर रखा और पीटने के बाद चाकू से उनके हाथ काटने की कोशिश की. इतना ही नहीं आरोपी ने उसके चेहरे पर पेशाब भी किया और जान से मारने की धमकी भी दी.

जबरन 25500 वसूल लिया

पुलिसकर्मियों ने उस पर गोकशी का भी आरोप लगाया और जान से मारने के बाद उसके शव को नाले में फेंकने की धमकी दी. प्राथमिकी में आगे कहा गया है कि पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर पीड़ितों से 25,500 रुपये वसूले. पीड़ितों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें इंजेक्शन के जरिए कुछ नशीला पदार्थ दिया गया. पुलिसकर्मियों ने उनसे कुछ ‘कोरे कागजों’ पर हस्ताक्षर करवाए.

मामला दर्ज होने के बाद दोषियों पर कार्रवाई

पुलिस के अनुसार, पीड़ितों के हाथ, पैर और पीठ पर चोटें आई हैं. उन्हें जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है. 10 मार्च को जबरन वसूली और स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे शिकायतकर्ता के आरोपों की पुष्टि कर रहे हैं. हालांकि प्रारंभिक जांच के अनुसार एक एएसआई समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जिन्हें जांच होने तक निलंबित कर दिया गया है.

पुलिसकर्मियों ने 2 लोगों की पिटाई के बाद चेहरे पर किया पेशाब

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus