धमतरी। धमतरी मे अल्पवर्षा के बीच 643 गांवों में से 300 से अधिक गांवों मे सूखे के हालात बन गए हैं. सबसे ज्यादा बुराहाल जिले के नगरी इलाके का है. नगरी के तकरीबन 176 गांव और धमतरी ब्लॉक के 8 गांवों का सूखाग्रस्त घोषित होना तय माना जा रहा है. इन गांवों में धान के फसल अब पीले पड़कर सूख रहे हैं. जिला प्रशासन ने सूखे को लेकर जिले के 643 गांवो का सर्वे करवाया है. जिनमे से 300 गांवो के हालात सबसे ज्यादा खराब है. यहां फसल पानी की कमी के चलते मर रहे है. बहरहाल जिला प्रशासन सूखे को लेकर सर्वे रिपोर्ट शासन के पास भेज दिया है.
इन गांवो मे अगर मौजूदा वक्त मे बारिश भी होता है तो फसल को नही बचाया जा सकता है. जिसके चलते जिला प्रशासन राजस्व विभाग के जरिये जिले के 643 गांवों में नजरी आनावारी रिपोर्ट तैयार कराया है. जिसे सूखा ग्रस्त घोखित करवाने के लिये राज्य सरकार के पास भेज दिया है.
दरअसल मानसून के बेरूखी ने किसानो की कमर तोड़ कर रख दी है. समय पर बारिश नही होने से अधिकांश खेत सूख चुके है. फसल अब मरने लगी है.
किसान परेशान और हताश हैं.उनके सामने परिवार का भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है.
नगरी कुरूद मगरलोड और धमतरी ईलाके के किसान सूखा ग्रस्त घोषित करने की मांग कर रहे है. किसान शासन से मुआवजा के साथ रोजगार मुहैया करवाने की मांग लगातार कर रहे है. जिससे राहत मिल सके.