कांग्रेस नेता ने कहा कि तकनीकी दौर में सैटेलाइट से तस्वीर लेना मुमकिन है इसलिए भारत को इसके सबूत देने चाहिए.

नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भारत के पाकिस्तान पर किए एयर स्ट्राइक (Air Strike) पर सवाल उठाए हैं. दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले के बाद बीते 26 फरवरी को पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक करने के भारत के दावों पर सवाल खड़ा करते हुए इसके सबूत मांगे हैं.

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, ‘मैं एयर स्ट्राइक पर सवाल नहीं खड़े कर रहा, लेकिन यह तकनीकी दौर है. आज कल सैटेलाइट से तस्वीरें लेना मुमकिन है. जैसे अमेरिका ने ‘ओसामा ऑपरेशन’ का सबूत पूरी दुनिया को दिया था, वैसा ही सबूत हमें भी एयर स्ट्राइक का देना चाहिए.’

‘मैं सवाल खड़े नहीं कर रहा’

  1. दिग्विजय ने कहा, “मैं पाकिस्तान के आतंकी कैम्पों पर भारतीय वायुसेना के हमले पर सवाल खड़े नहीं कर रहा. हम तकनीकी दौर में रह रहे हैं, खुले में की गई किसी कार्रवाई की तस्वीरें सैटेलाइट टेक्नोलॉजी से मिल सकती हैं. लिहाजा सरकार को सबूत देना चाहिए. अमेरिकी सरकार ने लादेन को मारने का सबूत दुनिया के सामने पेश किया था.”

  2. विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की रिहाई के लिए दिग्विजय ने पाक सरकार का शुक्रिया भी जताया. उन्होंने कहा कि पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने अभिनंदन की रिहाई का फैसला करके दिखाया कि वे एक अच्छे पड़ोसी हैं.अब उन्हें (इमरान) आतंकी हाफिज सईद और मसूद अजहर को हमें सौंपकर बहादुरी दिखानी चाहिए.

  3. दिग्विजय के मुताबिक- पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई और सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) चाहते थे कि उनकी सरकार अभिनंदन को सौंपने के लिए भारत के साथ सौदेबाजी करे. पाक में इमरान की इस बात को लेकर आलोचना हो रही है कि उन्होंने अभिनंदन की रिहाई के बदले भारत से कोई मांग नहीं रखी.

  4. शुक्रवार को मोदी ने कन्याकुमारी में कहा था कि 26/11 के मुंबई हमले (2008) के बाद वायुसेना पाक में सर्जिकल स्ट्राइक करना चाहती थी लेकिन तत्कालीन यूपीए सरकार ने ऐसा करने से रोक दिया था. इस पर दिग्विजय ने कहा, “मैंने मोदी जैसा झूठा व्यक्ति नहीं देखा”

  5. एक अफसर के मुताबिक, “इंटेलिजेंस एजेंसियों के पास सिंथेटिक एपरचर रडार (एसएआर) की तस्वीरें हैं. इसमें दिखाया गया है कि 4 इमारतों को निशाना बनाया गया. मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने पांच एस-2000 प्रीसीशन-गाइडेड म्यूनिशन (पीजीएम) दागे.” पीजीएम एक स्मार्ट बम होता है जो खास निशाने पर दागा जाता है. भारत ने पीजीएम इजरायल से लिए थे.

  6. अफसर ने बताया, “पाक आर्मी ने हमले के बाद मदरसा सील क्यों कर दिया? पत्रकारों को वहां जाने क्यों नहीं दिया गया? रडार से मिले सबूतों से पता चलता है कि बिल्डिंग का इस्तेमाल गेस्टहाउस के तौर पर होता था. इसमें जैश सरगना मसूद अजहर का भाई रहता था. एल आकार की इस बिल्डिंग का इस्तेमाल वे लोग भी करते थे, जिन्हें आतंकी बनने की ट्रेनिंग दी जाती थी.”

  7. अफसर ने यह भी बताया, “अब यह लीडरशिप को ही तय करना है कि रडार की फोटो को सार्वजनिक करना है या नहीं. एसएआर रडार द्वारा ली गई तस्वीरें सैटेलाइट की फोटो जैसी साफ नहीं हैं. हमें 26 फरवरी को उपग्रह से तस्वीरें इसलिए नहीं मिल पाईं क्योंकि आसमान में घने बादल थे”

बता दें कि 14 फरवरी को CRPF के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक स्थानीय आतंकवादी ने फिदायीन हमला किया गया था, जिसमें CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद देशभर में गम और पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त गुस्से का माहौल था. लोग इस हमले का बदला लेने की मांग करने लगे.

हालांकि पुलवामा हमले के 100 घंटे के अंदर सेना ने हमले के मास्टरमाइंड जैश के टॉप कमांडर राशिद गाजी को मार गिराया था. इसके बाद 26 फरवरी की रात लगभग साढ़े 3 बजे भारतीय वायुसेना के विमानों की तरफ से पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की गई. दावा किया गया कि यह एयर स्ट्राइक JeM के आतंकी कैंप को निशाना बनाने के लिए की हुई थी.