अमित मिश्रा,  रायपुर। गौरक्षक बीजेपी सरकार ने गायों के सरंक्षण के लिए गौ सेवा आयोग का गठन किया है। गायों की सुरक्षा, देखभाल के लिए 5 सौ करोड़ का बजट भी रखा है। यहां तक गायों की सरंक्षण में बीते 2 साल में 2 हजार 3 सौ 34 लाख खर्च किया जा चुका है। लेकिन इसके बाद भी सैकड़ों गायों की मौत पर जिम्मेदार गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विश्वेश्वर पटेल विवादित बयान देते हुए कहते हैं कि किसान गाय नहीं पाल पा रहे हैं, लिहाजा गौशाला में भीड़ बढ़ते जा रही और मौत की वजह बन रही है।”

वाह अध्यक्ष जी वाह क्या गजब का कहा है आपने ने कायदे से तो आपको अब तक अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए थी, लेकिन आप कहां छोड़ने वाले हैं, और ना ये जिम्मेदारी लेने वाले हैं। भले आयोग की ये जिम्मेदारी गौशाला के उचित व्यवस्था को लेकर क्यों ना हो। बड़ी जिम्मेदारी के साथ कहते हैं 3 गौशालाओं का निरीक्षण किया गया है, अनियमियता मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।

बेशक की जाएगी, जनाब क्यों नहीं की जाएगी आपके आयोग पर आंच आई तो की जाएगी। नहीं तो ना जाने कितनी गायें मर गई होगी आपको पता ही नहीं होगा। ये तो खुलासा हुआ तो आप हरकत में आए नहीं तो आप सुध ही नहीं लेते। चलिए थोड़ा अब एक्शन में आ जाए, अध्यक्ष का भी कुछ पावर होता होगा थोड़ा ये भी बता दीजिए।