रायपुर। कोरोना काल में डॉक्टरों की किल्लत को दूर करने के लिए  जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) सुप्रीमो व विधायक डॉ रेणु जोगी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर जोगी फार्मूले का इस्तेमाल करने की सलाह दी है. इसके लिए छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कार्यकाल में शुरू किए गए त्रिवर्षीय चिकित्सा पाठ्यक्रम को देशभर में लागू करने करने की बात कही गई है.

जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने डॉ रेणु जोगी द्वारा लिखे पत्र की जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के शासनकाल में छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और वनाचंल जहाँ अधिकांशतः MBBS डॉक्टर प्रेक्टिस करने नहीं जाते वहाँ डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए त्रिवर्षीय चिकित्सा पाठ्यक्रम PMHM (Practitioner In Modern Holistic And Medicine) शुरू किया था. समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस पाठ्यक्रम को पूरा कर आज ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती से संभाले हुए हैं.

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डॉ. जोगी ने कहा कि पूर्ववर्ती केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को छत्तीसगढ़ का त्रिवर्षीय चिकित्सा पाठ्यक्रम का फाॅर्मूला लागू करने का निर्देश दिया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पाठ्यक्रम भी तैयार कर लिया था. यह कोर्स एक तरह छत्तीसगढ़ के त्रिवर्षीय चिकित्सा पाठ्यक्रम की नकल थी. कोर्स का नाम बदलकर बैचलर ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन कर दिया गया था. केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद छत्तीसगढ़ में तत्कालीन भाजपा सरकार में एक बार फिर जोगी फार्मूले के डाक्टर बनाने की तैयारी की गई थी. राज्य शासन ने प्रदेश में पांच कॉलेज खोलने का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन राज्य सरकारों की उदासीनता और इच्छशक्ति के कारण यह कोर्स लागू नहीं किया. देश की जनता आज इसका परिणाम भोग रही है.

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