लोरमी. मरीजों को जीवनदान देने लिए बनाया गया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थित बल्ड बैंक इन दिनो खुद ही ​बीमार चल रहा है. आलम यह है कि इस स्वास्थ्य केन्द्र में खून की कमी को दूर करने के लिए दो साल पहले लाखो रूपये खर्च कर एक ब्लड बैंक की स्थापना गई. जिसके अतर्गत यहां पर ब्लड स्टोरेज यूनिट लगाया गया था.

लेकिन स्थापना के बाद से ही बल्ड बैंक यूनिट में लगा ​फ्रीज कई बार खराब हो चुका है. पिछले दो साल में इस फ्रीज को पांच बार सुधरवाया जा चुका है. इसके बाद भी यह फ्रीज बार-बार खराब हो जा रहा है. वर्तमान में भी यह फ्रीज पिछले कई दिनो से खराब चल रहा है. जिसके चलते यहा खून का स्टोरेज नहीं हो पा रहा है. यहा के डॉक्टर भी इस बात को मानते है कि ब्लड बैंक में खून न होने के चलते अस्पताल में सीज़र ऑपरेशन तक नहीं हो पा रहा है.

2 माह पूर्व 10 दिनों में आधा दर्जन प्रसूताओं और शिशु की मौत होने का मामला सामने आने के बाद भी इस और न तो स्वास्थ्य विभाग का ध्यान गया और ना ही यहा के जनप्रतिनिधियों का. और यही कारण है कि 30 बिस्तरों वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लोरमी इन दिनों रेफर सेंटर के नाम से जाना जा रहा है.

इस विषय में बीएमओ डॉ जीएस दाऊ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल में शुरू किये गये ब्लड बैंक के ब्लड स्टोरेज यूनिट में खराब ​फ्रीज़ की सप्लाई की गई है और यही कारण है की बार-बार सुधरवाने के बाद भी फ्रिज खराब हो जा रहा है.

इस बात की जानकारी उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के तात्कालीन संचालक आर प्रसन्ना को भी दी थी. जिस पर संचालक ने ​इस बात को स्वीकार किया था कि ब्लड स्टोरेज यूनिट में भेजा गया फ्रीज घटिया क्वालिटी का था. इसके अलावा दाऊ ने यह भी बताया कि फ्रीज खराब होने के चलते अस्पताल में सीजर नहीं हो पा रहा है. साथ ही उन्होंने मीडिया से भी अपील की है कि इस बात की जानकारी सरकार तक पहुंचाये. जिससे यहां पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकें.