सुप्रिया पांडेय,रायपुर. बिजली विभाग के संविदा कर्मी एक बार फिर आंदोलन की राह पर है, पिछले साल भी संविदाकर्मियों ने हड़ताल कर कंपनी प्रबंधन के सामने अपनी मांगें रखी. उसके बाद पावर कंपनी ने संविदा कर्मचारियों को मांगें पूरी करने का भरोसा दिलाया, लेकिन उनकी मांगें नहीं अभी तक नहीं मानी गई.
बता दें कि बिजली विभाग के संविदा कर्मियों ने 5 फरवरी से सांकेतिक हड़ताल किया था और अब वे 9 फरवरी से घर पर रहकर काम का बहिष्कार कर रहे हैं. संविदाकर्मियों की मांग है कि उनका नियमितीकरण हो, नई भर्तियां भी की जाए, भू-विस्थापित संविदा कर्मियों को आदर्श पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया जाए, दिवंगत संविदा कर्मियों के परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए.
प्रदेश भर में करीब 2100 संविदाकर्मी आंदोलन पर हैं. हड़ताल से कंपनी प्रबंधन को काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि फरवरी और मार्च महीना राजस्व वसूली की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है. ऐसे में कम्पनी प्रबंधन संघ की मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार कर उचित निर्णय ले सकता है.