धीरज दुबे,कोरबा. प्रदेश में हाथियों के उत्पात के मामले शांत होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. न जाने इन दिनों गजदल को क्या हो गया है,खासकर कोरबा जिले में तो हाथियों ने इतनी बुरी तरह आंतक मचा रखा है कि ग्रामीणों की रातों की नींद हराम हो गई है. दरअसल बीती रात फिर गजदल ने बच्चे और बुजुर्ग महिला को कुचल दिया है,जिससे दोनों की ही मौके पर दर्दनाक मौत हो गई है.

स्कूल में रहने की दी थी सलाह…

घटना कोरबा जिले के बालको क्षेत्र से सटे ग्राम खूंटामुडा की है. जहां ये हादसा उस वक्ता हुआ जब आस पस लगभग 20-22 हाथियों के विचरण की जानकारी होने पर वन विभाग की टीम ग्रामीणें को सतर्क करते हुए,ग्रामीणों को सुरक्षा देने निकली थी. बताया जा रहा है कि गांव के आसपास घूम रहे हाथियों को लेकर सतर्क करने निकली विभाग की तीन टीमों ने कच्चे घरों में रह रहे ग्रामीणों  को शासकीय स्कूल में पनाह लेने की सलाह दी थी और आगे बढ़ गए थे.

कमरे की खिड़की से निकालकर…

इस बीच कच्चे कच्चे घरों में रह रहे कुछ लोग स्कूल भवन जा पहुंचे और अलग-अलग कमरों में पनाह ले ली.लेकिन वन विभाग की टीम और ग्रामीणों को भी शायद नहीं पता था कि उनका यही ठिकाना मौत का ठिकाना बना जयेगा और हुआ भी ऐसा ही,ग्रामीणों के स्कूल भवन पहुंचने के थोडी ही देर बाद 22 हाॅथियों का झुंड भी वहां आ धमका और स्कूल के एक कमरे की खिड़की तोड कर अंदर से बुजुर्ग महिला को बाहर खींच लिया और उसे मौते के घाट उतार दिया है.

महिला की चीख पुकार सुनकर और हांथियों की हरकत से डरा सहमा एक पांच वर्ष का बच्चा बाहर को भागा, जहां पहले से मौजूद हांथियों के झुंड ने पटक-पटक कर मासूम बच्चे को भी मार डाला है.

ग्रामीणों ने वन विभाग ने लगाया गंभीर आरोप…

वहीं इस घटना के बाद ग्रामीणों में खासी नाराजगी है. उनका आरोप है कि वन विभाग के कर्मी उन्हे हाॅथियों से आगाह करने के बाद उस जगह गश्त करते रहे जहां हाथी थे ही नहीं. इधर हाथियों की दहशतगर्दी जारी थी, उधर बचाव दल खने पीने में मस्त था. दल को वापस आता देख ग्रामीणों ने उनसे मदद भी मांगी लेकिन दल ने उन्हे असुरक्षित जगह पर होने के बावजूद सो जाने की सलाह दी. उनकी नारजगी इस बात से भी है कि असुरक्षित क्षेत्र होने के बावजूद न तो उन्हे मशाल दी गई न ही बिजली है. साथ ही उन्हें पटाखे और टार्च भी उपलब्ध नहीं कराया गया है.

हालांकि घटना के बाद वन विभाग की टीम आज सुबह मौके पर पहुंची थी और मुआवजे की कार्रवाई को भी पूरी किया कर लिया गया है. साथ ही गांव के सरपंच सचिव ने सुरक्षा को लेकर प्रशासन से पुख्ता इंतजमात करने की मांग की है.