विदिशा. लोकायुक्त पुलिस द्वारा भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में लोकायुक्त पुलिस एक रोजगार सहायक के घर छापेमारी के लिए पहुंची उसकी आंखें फटी की फटी की रह गई. 10 साल की नौकरी और मात्र 9 हजार रुपए की सैलरी पाने वाला रोजगार सहायक करड़ों का आसामी निकला. लोकायुक्त पुलिस ने उसके पास से आय की अधिक संपत्ति के कागजात बरामद किया है. दो ग्रामीणों द्वारा आय से अधिक की संपत्ति की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने यह कार्रवाई की है.

लटेरी जनपद पंचायत के सलोनी ग्राम पंचायत का रोजगार सहायक

जानकारी के अनुसार जिले के लटेरी जनपद पंचायत के अंतर्गत सलोनी ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक के घर लोकायुक्त ने छापामार कार्रवाई की. जहां उन्हें आय से अधिक संपत्ति मिली है. लोकायुक्त अधिकारी ने बताया कि गांव के ही दो व्यक्तियों द्वारा 3 मार्च को आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की गई थी. शिकायत के बाद तमाम जानकारियां जुटाने और पुख्ता जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई.

10 साल की नौकरी में बनाई करोड़ों की संपत्ति

उन्होंने बताया कि मात्र 9 हाजर रुपए मासिक वेतन पाने वाला रोजगार सहायक राजन यादव के पास करोड़ों की संपत्ति मिली हैं. उसके पास एक जेसीबी, एक पोकलेन, एक ट्रैक्टर ट्राली बाइक सहित कार भी मिली हैं. नौकरी के बाद उसने दो मकान और कई बीघा जमीन भी खरीदी है. उसकों नौकरी करते मात्र 10 साल ही हुए हैं. ऐसे में करोड़ों की संपत्ति शक के दायरे में थी. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आरोपी कर्मचारी ने किस तरह सरकारी पैसे को लेकर भ्रष्टाचार किया है.